कक्षा पांच के छात्रों को नहीं पता पीएम-सीएम का नाम
जंगीपुर (गाजीपुर) : सरकार परिषदीय विद्यालयों में गिरते शिक्षा के स्तर को उठाने की तमाम कोशिश कर रही है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत मध्याह्न भोजन, निशुल्क ड्रेस, किताबें मुहैया कराने के अलावा शिक्षकों की भर्ती कर रही है। शिक्षकों को आधुनिक पद्धति की शिक्षा के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। बावजूद इसके यहां दशा नहीं सुधर रही।
कान्वेंट के टीचरों की तुलना में पांच से दस गुना ज्यादा वेतन उठाने वाले शिक्षक शिक्षा देने में उनसे सौ कदम पीछे हैं। शुक्रवार को स्थानीय प्राथमिक विद्यालय भाग एक पर शिक्षा का हाल जानने की कोशिश की गई तो शिक्षकों की मेहनत व लगन की कलई सामने आ गई। कक्षा पांच में पढ़ने वाले छात्र देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम तक नहीं बता सके।
यह विद्यालय वाराणसी-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित है। यहां 240 पंजीकृत बच्चों को पढ़ाने के लिए तीन अध्यापक व एक शिक्षामित्र की तैनाती है। शुक्रवार को 135 बच्चों की उपस्थिति थी। दीवारों पर महापुरुषों के नाम तो बड़े-बड़े अक्षरों में लिखे हैं लेकिन कक्षा चार व पांच के बच्चों को याद नहीं है। अफसरों या मंत्रियों के निरीक्षण के दौरान बच्चों से अमूमन प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का नाम पूछा जाता है।
इससे शिक्षक भी अच्छी तरह वाकिफ हैं, लेकिन बावजूद इसके बच्चों का ज्ञान नहीं करा सके हैं। महिला प्रधानाध्यापक का कहना है कि बच्चों को सामान्य ज्ञान से लेकर हर विषयवस्तु का बोध कराया जाता है। हो सकता है हड़बड़ी के चलते वह न बता पाए हों।
दरवाजा लगा पर पल्ले नहीं
जंगीपुर प्राथमिक विद्यालय से सटा नवीन पूर्व माध्यमिक विद्यालय है। इसका निर्माण साल भर पहले ही हुआ है। इसमें दरवाजे तो लगे हैं लेकिन पल्ले गायब हैं। खिड़की भी खुली है। इसके चलते यहां बंदर उत्पात मचाते हैं। अभी तक यह विद्यालय शौचालयविहीन है।