जब दंपती ने एक-दूसरे पर लगाया प्रताड़ना का आरोप
गाजीपुर : पुलिस लाइन में परिवार परामर्श केंद्र में रविवार को एक ऐसा प्रकरण आया कि सदस्य आश्चर्यचकित हो गए। पति-पत्नी दोनों ने एक-दूसरे पर प्रताड़ना का आरोप लगाया। पति ने दांत से काटने तो पत्नी ने पहले जान से मारने के प्रयास की बात कही। दोनों का मामला अदालत में भी चलने के कारण सदस्यों ने इससे हाथ खींचते हुए सुनवाई बंद करने का फैसला लिया।
सैदपुर थाना क्षेत्र के बौरवा निवासी रिजवाना ने बताया कि 12 साल पहले उसका निकाह मऊ जिले के पवनी, मझवारा में फिरोज से हुआ। पति ने कई बार उसे जान से मारने की कोशिश तो वह मायके में आ गई। पति के साथ जाने को तैयार नहीं रिजवाना ने शादी में दहेज के रूप में मां-बाप द्वारा दिए गए सामान को वापस कराने की मांग की। फिरोज की बारी आई तो उसने कहा कि शादी के चार-पांच साल तक सब ठीक था।
इसके बाद रिजवाना बात-बात पर झगड़ने लगी। खाना मांगने पर गाली देती थी। मना करने पर ईट-पत्थर चला देती और दांत से काट लेती थी। उसने शरीर पर दांत गड़ने के निशान भी दिखाया। तंग आकर उसने पत्नी की पिटाई की इसके बाद वह मायका में रहने लगी।
मनमुटाव खत्म, पांच जोडे़ फिर से हुए एक
गाजीपुर : परिवार परामर्श केंद्र के समक्ष रविवार को 27 प्रार्थना आए। इनमें बिछड़े पांच दंपती छोटी-मोटी बातों को लेकर उपजे मनमुटाव को दूर कर फिर से साथ रहने को राजी हुए। नोनहरा थाना क्षेत्र के सुसुंडी निवासी पार्वती व बलवंत राजभर, कुंवरपुर, सैदपुर के रेशमा व नायब यादव, फतेउल्लाहपुर, नंदगंज के रीता राय व आशुतोष, आजमगढ़ के तिहरा, मेहनाजपुर की मनोरमा व जोगेंद्र, बोगना, मरदह की पूनम व उमाशंकर चौहान नए सिरे से दांपत्य जीवन जीने को हंसी-खुशी विदा लिए।
इस दौरान तीन प्रकरण पर सुनवाई बंद कर करने का निर्णय लिया गया तो शेष में सात सितंबर को सुनवाई की तिथि निर्धारित की गई। सुनवाई करने वालों में साहबराज, सोनिया, मनोज, सरदार दर्शन सिंह, वंदना गुप्ता, श्याम सिन्हा, वीरेंद्र पाल, लक्ष्मी यादव, रेनूलता आदि शामिल रहे। अध्यक्षता शिवशंकर तिवारी ने की।