लालदरवाजा के ट्रांसफार्मर का एलटी बुश कटा
गाजीपुर : प्रकाश नगर उपकेंद्र पर शुक्रवार को लालदरवाजा फीडर के ट्रांसफार्मर की एलटी बुशिंग एवं एमसील खराब होने से दोपहर बाद से आपूर्ति ठप हो गई। इसे दुरुस्त करने पूरे दिन बिजली विभाग के कर्मचारी लगे रहे। आखिरकार ट्रांसफार्मर की एमसील उपलब्ध नहीं होने के कारण उसे वाराणसी भेजना पड़ा। शाम को दूसरे ट्रांसफार्मर से कुछ मुहल्लों में आपूर्ति चालू की गई।
हालांकि झुन्नुलाल चौराहा सहित कुछ मोहल्लों में पूरी रात अंधेरा रहा। आपूर्ति गायब रहने से लोगों ने जाग कर रात काटी। सुबह लोगों को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ा। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में धरना-प्रदर्शन का सिलसिला बना हुआ है।
पुराने एवं जर्जर उपकरण रोजाना परेशानी का सबब बन रहे हैं। लालदरवाजा फीडर की आपूर्ति दो ट्रांसफार्मर से होती है। दोपहर में आपूर्ति चालू होने के कुछ ही देर बाद एक ट्रांसफार्मर की एलटी बुशिंग एवं आयलसील कटने से आपूर्ति ठप हो गई।
बिजली विभाग के कर्मचारियों की कड़ी मशक्कत के बाद भी उसकी मरम्मत नहीं हो सकी। अंत में उसे मरम्मत के लिए वाराणसी भेजने का निर्णय लिया गया। एसडीओ रामनरेश ने बताया कि पार्ट्स नहीं मिलने के कारण ट्रांसफार्मर को वाराणसी भेजा जा रहा है। शनिवार को जल्द से जल्द आपूर्ति बहाल करने का प्रयास किया जाएगा। इस संबंध में अधिशासी अभियंता आरआर सिंह ने बताया कि उनकी एसडीओ से बात हो चुकी है।
उनको बुलाया गया है। वाराणसी आते ही उनको दूसरा ट्रांसफार्मर दे दिया जाएगा। गहमर : स्थानीय गांव के ईदगाह से लगायत पूरब पोखरा तक आपूर्ति के लिए लगे तार जर्जर हो गए हैं। आए दिन टूटकर गिरते रहते हैं। बीते वर्ष गिरे तार की जद में आने से महिला की मौत हो गई थी। अभी तक तार नहीं बदले गए। ग्रामीणों ने जल्द ही जर्जर तारों को बदलने की मांग की है।
मलसा : क्षेत्र के गरुआ मकसूदपुर गांव स्थित जलनिगम के दोनों ट्रांसफार्मर महीने भर से जले हैं। इसके चलते दर्जनों गांवों में पेयजल का संकट है। मनोज कुमार, हरिद्वार, सीताराम, मुकेश, संतोष का कहना है कि शिकायत के बाद भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। जल्द ही ट्रांसफार्मर नहीं बदले गए तो आंदोलन किया जाएगा।
धर्मागतपुर : क्षेत्र के छतमा गांव में लगा ट्रांसफार्मर सात महीने से जला है। उपभोक्ता कनेक्टशन कटवाने के मूड में हैं। हीरालाल शर्मा, रामअवध शर्मा, आजाद, अतहर का कहना है कि ओवर लोड के चलते बार-बार ट्रांसफार्मर जल जाता है। फर्जी कनेक्शन की जांच की जाए। जल्द ही ट्रांसफार्मर बदला जाए।
उपकेंद्र पर तालाबंदी कर किया गुस्से का इजहार
जंगीपुर : बिजली कटौती से तंग आकर ग्रामीणों ने स्थानीय उपकेंद्र पर तालाबंद कर गुस्से का इजहार किया। वे उच्चाधिकारियों को बुलाने की मांग कर रहे थे। छात्रनेता विवेकानंद पांडेय ने कहा कि बिजली से परेशान लोगों को जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है। सभी उपकेंद्रों पर प्राइवेट लाइनमैनों के रहने से वे उपभोक्ताओं का शोषण कर रहे हैं। पिछले तीन दिनों से बभनौली से केशरपुर-मानपुर की सप्लाई खंभे से तार काटकर बिजली संचालन को बंद कर दिया है।
उसे चालू करने के लिए संबंधित लाइनमैन ने हजार रुपये की मांग की है। चेतावनी दी कि अगर पांच दिनों के अंदर समस्या को दूर नहीं किया गया तो वे चक्का जाम करने को बाध्य होंगे। तालाबंदी करने वालों में मनोज यादव, मनोज कुशवाहा, रामविलास, आनंद पांडेय, अरविंद यादव, हिमांशु तिवारी आदि थे। संचालन रुद्रमणि त्रिपाठी ने किया।
हफ्ते भर से बिजली गुल
गाजीपुर : बिजली विभाग का भी जवाब नहीं है। एक हफ्ते से टूटे तार को शुक्रवार तक नहीं जोड़ पाया। इससे ग्रामीणों का आक्रोश दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। मामला सदर ब्लाक के रसूलपुर का है। ग्रामीणों के अनुसार एक हफ्ते पहले सिवान में विद्युत तार टूट गया। उसी दिन इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को ग्रामीणों ने दिया। सूचना पर क्षेत्रिय लाइनमैन मौके पर पहुंचा।
ग्रामीणों का आरोप है कि लाइनमैन ने मरम्मत के नाम पर रुपये की मांग की जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो वह तार बिना जोड़े वापस लौट गया। ग्रामीणों ने फोन से इसकी जानकारी जेई को दी लेकिन आजतक टूटे तार की मरम्मत नहीं हो सकी।
झाड़ियों से घिरा ट्रांसफार्मर, हो सकता है हादसा
मुहम्मदाबाद : नगर सहित ग्रामीण इलाकों में विद्युत आपूर्ति के लिए विभाग की ओर से प्लेटफार्म बनाकर ट्रांसफार्मर रखे गए हैं। इन ट्रांसफार्मरों की साफ सफाई की कोई व्यवस्था न होने से उसके इर्द गिर्द झाड़ियां उग गई है। ट्रांसफार्मर के इर्द-गिर्द जंगल झाड़ी होने से वहां जाना जहां हमेशा खतरनाक बना रहता है। सुरक्षा की दृष्टिकोण से विभाग की ओर से लोहे की जाली प्लेटफार्म के चारों तरफ लगाया गया लेकिन वह भी बेकार साबित हो रहा है। इस संबंध में अवर अभियंता पन्ना लाल ने बताया कि वे ट्रांसफार्मर लगे स्थलों का निरीक्षण कर साफ सफाई कराने का कार्य करेंगे।
उपकेंद्र पर दिया धरना
नंदगंज : बिजली की किल्लत से आजिज होकर व्यापारी वर्ग एवं प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के संयुक्त रुप से स्थानीय विद्युत उपकेंद्र पर धरना-प्रदर्शन किया। एकत्रित जनसमूहों के बीच उपजिलाधिकारी सैदपुर भानुप्रताप सिंह को प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के नेता अरुण सिंह ने चार सूत्रीय मांग पत्र दिया।
विद्युत विभाग के एसडीओ राजनाथ ने स्थानीय समस्याओं से निजात देने का आश्वासन दिया। साथ ही विद्युत आपूर्ति का समय बढ़वाने पर असमर्थता व्यक्त की। व्यापारी वर्ग भी अधिकतम संख्या में अपनी दुकानें बंद कर धरना प्रदर्शन में भाग लिया। वहीं चोचकपुर तिराहे पर जनप्रतिनिधियों का पुतला भी फूंका गया। अध्यक्षता सीताराम बिंद व संचालन राजेंद्र गिरि ने किया।
धरने में शिवप्रसाद सिंह, अरविंद बिंद, संतोष जायसवाल, अशोक यादव सहित अन्य लोग मौजूद थे।
दिखा धरने का असर, सात घंटे रही बिजली
शुक्रवार को धरने के बीच बिजली सात घंटे रही जबकि अन्य दिनों मात्र दो से तीन घंटे ही रहती थी। उपकेंद्र की सुरक्षा हेतु लगे पुलिस कर्मी कुर्सी पर बैठ कर आराम फरमा रहे थे। धरने में सैदपुर, सादात, शादियाबाद, करंडा, नंदगंज आदि जगहों के पुलिसकर्मी तैनात थे।
रविवार को भी खुले रहेंगे विद्युत विभाग के सभी कार्यालय
गाजीपुर : नए कनेक्शन लेने एवं लोड बढ़वाने के लिए शनिवार एवं रविवार दोनों दिन विद्युत विभाग के कार्यालय खुले रहेंगे। अधीक्षण अभियंता डीके सिंह ने बताया कि उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए कार्यालय खोले गए हैं ताकि उपभोक्ता कनेक्शन ले सकें। पहली सितंबर से बिजली चोरी में पकड़े जाने वालों पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
23 को करेंगे प्रबंध निदेशक का घेराव
गाजीपुर : बड़ी बाग स्थित विद्युत विभाग कार्यालय में शुक्रवार को राज्य विद्युत परिषद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ ने धरना-प्रदर्शन कर कई मांगों पर चर्चा की। वक्ताओं ने संविदा कर्मियों के वेतन, बीमा, ईपीएफ कटौती, सक्षम अधिकारियों द्वारा प्रमाणित परिचय पत्र सहित कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।
मनोज कुमार सिंह ने कहा कि कर्मचारी का संघ पावर कारपोरेशन शक्ति भवन के मध्य कई बार समझौता हुआ लेकिन उस पर अमल नहीं किया जा रहा है। बद्री प्रसाद ने कहा कि ठेकेदारों की मिली भगत से कर्मचारियों को मनमाने तरीके से हटाने से उनमें काफी आक्रोश है। इस संबंध में कर्मचारी 23 सितंबर को पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक का घेराव करेंगे। बैठक में रामजनम, शिवबचन, जोखन, अंतू यादव आदि थे।