असलहे से लैस होंगे आरपीएफ जवान
दिलदारनगर (गाजीपुर) : आरपीएफ थाना की फोर्स अब जल्द ही असलहा से लैस होगी। साथ ही आरपीएफ व आरपीएफएस जवानों की संख्या बढ़ाई जाएगी। ट्रेनों में सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह बातें बुधवार की सुबह साढ़े नौ बजे अप फरक्का एक्सप्रेस से स्थानीय आरपीएफ थाना का निरीक्षण करने पहुंचे दानापुर मंडल के वरीय सुरक्षा आयुक्त एम सुरेश ने कही।
उन्होंने थाना में अभिलेखों का निरीक्षण किया। मातहतों को ट्रेनों व यात्रियों की सुरक्षा में पूरी चौकसी के लिए निर्देश दिया। बताया कि पटना-मुगलसराय रेल मार्ग पर अप व डाउन लाइन की 55 ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए असलहों के साथ आरपीएफ व आरपीएफएस के जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा सादे वेश में भी जवान मुस्तैद किए गए हैं।
इसकी मानीटरिंग उच्चाधिकारी स्वयं कर रहे हैं। निरीक्षण के बाद वरीय सुरक्षा आयुक्त ने मीडिया कर्मियों को बताया कि दिलदारनगर में आरपीएफ थाने के भवन व बैरिक को बनाने तथा घटनास्थल पर जाने के लिए दो व चार पहिया वाहन उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए मंडल मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा गया है। सप्ताह भर में थाना पर जवानों की कमी दूर कर ली जाएगी। इस मौके पर थाना प्रभारी रामाधार प्रसाद, उपनिरीक्षक मुरारी आदि मौजूद थे।
इससे पहले रेलवे परिसर से सुरक्षा कर्मियों ने अवैध दुकानों को हटा दिया था। हालांकि सुरक्षा आयुक्त के लौटते ही दुकानें फिर सज गई।
मुस्तैद रहे रेल कर्मचारी
दानापुर मंडल के रेल प्रबंधक एनके गुप्त बुधवार की सुबह साढ़े आठ बजे डाउन संघमित्रा एक्सप्रेस के सैलून से मंडल के विभागीय अधिकारियों संग मुगलसराय से पटना तक विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण करते हुए गए। इस दौरान स्थानीय स्टेशन पर सफाई की समुचित व्यवस्था की गई थी। साथ ही कर्मचारी भी पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी में मौजूद थे।
91 किमी का है कार्य क्षेत्र
दानापुर मंडल में सबसे बड़ा कार्यक्षेत्र दिलदारनगर आरपीएफ थाना का है। बारा कलां हाल्ट से सकलडीहा एवं दिलदारनगर से ताड़ीघाट तक 91 किमी का कार्यक्षेत्र है। फिर भी वर्ष 2005 से आरपीएफ थाने पर तैनात जवान असलहा विहीन है। घटनास्थल पर जाने के लिए जवानों को डंडों का सहारा लेना पड़ता है।