समय सीमा समाप्त, कार्य बहिष्कार कल से
गाजीपुर : लेखपाल द्वारिका दुबे के हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन को दी गई समय सीमा शनिवार को समाप्त हो गई। सोमवार को जनपद के कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर कलेक्ट्रेट परिसर में धरना-प्रदर्शन करेंगे।
लेखपाल संघ हमलावरों की गिरफ्तार के मामले में कोई समझौता करने को तैयार नहीं है। इस धरना को लेकर प्रशासन के माथे में चिंता की लकीरें खींच गई है। लेखपालों के समर्थन में तमाम कर्मचारी संगठन भी कमर कस चुके हैं।
धरने को सफल बनाने का आह्वान
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने हमलावरों की गिरफ्तारी पर अड़ा हुआ है। साथ ही सभी संगठनों से अपील किया है कि जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में सभी कर्मचारी संगठन अपने-अपने बैनर के साथ विशाल धरना में शामिल हों।
धरना की सफलता के लिए वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुर्गेश श्रीवास्तव, रामराज कुशवाहा, दानिश अहमद, सुभाष सिंह, जमुना यादव, चंद्रिका यादव, श्रीकांत राय, बालेंद्र त्रिपाठी, सुरेंद्र सिंह ने पशुपालन, आइटीआइ, उद्यान, कृषि, उद्योग, व्यापार, लघुडाल नहर, परिवहन, राजकीय पालिटेक्निक, जिला अस्पताल, गन्ना, सिंचाई, कृषि रक्षा आदि कार्यालयों में जाकर धरना को सफल बनाने का आह्वान किया।
यूपी एजूकेशनल मिनिस्ट्रीयल आफिसर्स, उत्तर प्रदेशीय विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी परिषद ने भी समर्थन देते हुए 25 अगस्त को धरने में शामिल होने का आह्वान किया है।
गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोश
हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं होने से लेखपाल संघ काफी आक्रोशित है। सदर तहसील परिसर में साथी द्वारिका दुबे पर हुए हमले के विरोध में उनका धरना पांचवें दिन जारी रहा। जमानियां : साथी के हमलावरों की गिरफ्तारी तथा संघ के जिलाध्यक्ष के विरुद्ध दर्ज मुकदमा वापसी की मांग को लेकर स्थानीय तहसील में कार्यरत लेखपालों ने कार्य बहिष्कार कर धरना-प्रदर्शन किया। तहसील अध्यक्ष बसावन सिंह, मंत्री जयनाथ, करुणाकांत शुक्ला, स्वामीनाथ मिश्रा, सुरेंद्र कुमार, सुनील कुमार, अशोक लाल श्रीवास्तव आदि शामिल थे।
नहीं हुई गिरफ्तारी तो चक्काजाम
राजकीय वाहन चालक संघ ने चेतावनी दी है कि 25 अगस्त तक द्वारिका दुबे के हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे 26 अगस्त को चक्काजाम करने को बाध्य होंगे।
दूसरे दिन भी कार्य बहिष्कार
मुहम्मदाबाद : द्वारिका नाथ दुबे को मारपीट कर जख्मी करने वालों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दूसरे दिन भी लेखपाल कार्य बहिष्कार कर तहसील परिसर में धरना पर बैठे रहे। महेंद्र कुशवाहा, शैलेश कुमार, नागेंद्र प्रताप, लालमोहर राम, भैरवनाथ, अमरनाथ, अनवर अली, रघुवीर राम, रामबचन आदि शामिल रहे। अध्यक्षता विनोद कुमार यादव व संचालन रामपति राम ने किया।