टंकी बना दिया, पाइप बिछाना भूल गए
रेवतीपुर (गाजीपुर) : स्थानीय गांव में दो वर्ष पहले ढाई करोड़ रुपये की लागत से बनी पानी टंकी से अब तक एक बूंद भी पानी नहीं निकल सका। कारण कि गांव में पाइन लाइन ही नहीं बिछाई गई है। इसके चलते टंकी चालू नहीं हो रही है। ऐसे में ग्रामीण हैंडपंपों के आर्सेनिक युक्त पानी से प्यास बुझा रहे हैं। ऐसे में वे विभिन्न रोगों के शिकार हो रहे हैं।
विभाग की लापरवाही से ग्रामीणों में आक्रोश है। पूर्व विधायक पशुपतिनाथ राय के कार्यकाल में वर्ष 2010 में गांवों को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के लिए पानी टंकी का निर्माण हुआ। इसके लिए 450 मीटर की गहराई तक बोरिंग कराई गई है। इस गाव में इंडिया मार्का हैंडपंप का बोर 90-95 फीट गहराई तक ही होता है। इससे वे आर्सेनिक युक्त पानी देते हैं। टंकी लगने के बाद लोगों को उम्मीद जगी कि उन्हें अब स्वच्छ पानी मिलेगा। टंकी बनाने के बाद विभाग सो गया। उसे गांव में पाइप लाइन बिछाई की जरूरत ही नहीं महसूस हुई। इससे ग्रामीण आर्सेनिक युक्त पानी पीने को विवश हैं।
कुछ महीने पहले पाइप बिछाने का काम शुरू भी हुआ लेकिन फिर बंद कर दिया गया। जलनिगम के जेई केएस मिश्र का कहना है कि पूरे गांव में सीसी सड़क बनी है। उसे तोड़ने में परेशानी होगी। ग्रामीण पाइप को सड़क के ऊपर से बिछाने नहीं दे रहे हैं। आरसीसी सड़क को तोड़कर खोदाई के लिए बाहर से मशीन मंगाई गई है। पाइप बिछाने के बाद टंकी से पानी की आपूर्ति चालू कर दी जाएगी। इस दिशा में प्रयास जारी है ताकि लोगों को शुद्ध पानी मिल सके।