कमिश्नर व डीआइजी जनपद में, फिर भी खानापूर्ति
गाजीपुर : जनपद के विभिन्न थानों पर शनिवार को हुए समाधान दिवस पर मात्र कोरम पूरा किया गया। इंसाफ की उम्मीद लिए आए अधिकतर फरियादियों को मायूसी मिली। अधिकारियों का यह रवैया तब रहा कि जब जिले में डीआइजी और कमिश्नर मौजूद रहे।
सैदपुर : मंडलायुक्त आरएम श्रीवास्तव व डीआईजी एसके भगत ने स्थानीय थाना पर पहुंच कर प्रार्थनापत्रों का अवलोकन किया। उसके निस्तारण के संबंध में संबंधित अधिकारियों से वार्ता की।
मंडलायुक्त ने कहा कि प्रार्थनापत्र जिस विभाग से संबधित है वही उसका निस्तारण करे, तभी न्याय होगा। चेतावनी दी कि समस्याओं के निस्तारण में कोताही करने एवं पल्ला झाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। मलिकशाहपुर गांव निवासी शिवचंदर के प्रार्थनापत्र का निस्तारण न होने पर उन्होंने कोतवाल को लताड़ा। समय से निस्तारण करने की ताकीद की। उन्होंने सीआरओ मनमोहन से कहा कि प्रार्थनापत्रों को लेकर कोरम पूरा करने से काम नहीं चलेगा। कुछ प्रार्थनापत्र की कापी है तो कुछ पर फरियादी का हस्ताक्षर नहीं है। प्रार्थनापत्रों को लेकर उसका गहन अध्ययन करें। इसके बाद संबंधित अधिकारी से निस्तारण कराएं। डीआईजी एसके भगत ने एसएसपी हफीजुर रहमान को व्यवस्था ऊपर से सुधारने का निर्देश दिया। कहा कि अधिकारी नियम के अनुसार काम करेंगे तो छोटे कर्मचारी भी उसका पालन करेंगे। इस दौरान थाना में सोलर लाइट खराब होने, स्टोर में टार्च न होने, लाउड स्पीकर खराब होने पर अधिकारी द्वय ने कोतवाल को फटकारा। अधिकारी द्वय की नाराजगी को देख वहां मौजूद सभी पुलिस व राजस्व कर्मी सहमे हुए दिखे।
समाधान दिवस पर पांच का निस्तारण
मुहम्मदाबाद : कोतवाली परिसर में हुए समाधान दिवस में 15 फरियादियों ने अपना प्रार्थना पत्र दिया। इसमें पांच का मौके पर निस्तारण किया गया। समस्याओं के समाधान के लिए क्षेत्र में तीन टीमें भेजी गई। इस मौके पर एसडीएम कैलाश सिंह, क्षेत्राधिकारी अतुल कुमार चौबे, प्रभारी निरीक्षक केके मिश्रा, अतुल कुमार राय, धनंजय यादव, राजू सिंह के अलावा लेखपाल व कानून गो आदि मौजूद रहे।
करीमुद्दीनपुर : स्थानीय थाना में समाधान दिवस में पांच आवेदन आए। इसमें दो का निस्तारण किया गया। कासिमाबाद : चौदह मामलों में तीन का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। थानाध्यक्ष श्रीकांत पांडेय के अलावा कानून गो शिवाजी सिंह, सदावृक्ष आदि मौजूद थे। मरदह : थाना समाधान दिवस पर बारह के मुकाबले तीन का मौके पर ही निस्तारण किया गया। सभी मामले राजस्व विभाग से संबंधित थे।