दिल के मरीजों का होगा लोन से इलाज
गाजियाबाद [आशुतोष मिश्र]। अब दिल के मरीजों को भी लोन मिलेगा। अमेरिका की एक कंपनी हृदय के गंभीर रोग से पीडि़त लोगों का न सिर्फ ऑपरेशन कराने में मददगार बनेगी बल्कि चिकित्सा में लगने वाले मेडिकल उपकरण भी उपलब्ध कराएगी। इसमें होने वाले खर्च को मरीज को लोन के रूप में दिया जाएगा। मरीज इस लोन को ईएमआइ के जरिए कंपनी को अदा करेगा। डॉक्टरों का मानना है कि लोन मरीजों के लिए वरदान साबित होगा।
अमेरिका की मेडिट्रोनिक नामक कंपनी भारत में इस तरह का प्रयोग करने जा रही है। मूल रूप से यह कंपनी हृदय के ऑपरेशन में लगने वाले उपकरण- पेस मेकर, वाल्व, स्टंट आदि बनाने का काम करती है। लेकिन कंपनी सामाजिक दायित्वों को पूरा करने के उद्देश्य से हेल्दी हार्ट नाम से स्कीम शुरू करने जा रही है। हृदय के जटिल ऑपरेशन में लगने वाले उपकरणों का खर्च खुद उठाएगी। पेस मेकर और वाल्व भी कंपनी ही लगाएगी। ऑपरेशन के खर्च के साथ संबंधित उपकरण का खर्च लोन के रूप में मरीजों को दिया जाएगा। इसके लिए मरीज के लिए एक निश्चित ईएमआइ तय की जाएगी। मरीज ईएमआइ के माध्यम से लोन की धनराशि चुकता करेगा।
यह होगी लोन की प्रक्रिया
कंपनी ने मरीजों को लोन देने के लिए अनूठी प्रक्रिया अपनाई है। इसके तहत कंपनी ने 22 से 24 प्रश्नों का डाटा बनाया है। मनोविज्ञान पर आधारित इन प्रश्नों के उत्तार कंपनी मरीज के नजदीकी रिश्तेदारों से पूछेगी। प्रश्न का जवाब संतोषजनक मिलने पर कंपनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद मरीज को लोन दे देगी। पुष्पांजलि क्रासले अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ एसके छुटानी का कहना है कि हृदयाघात के समय मरीज से बात नहीं हो सकती है। इसलिए अस्पताल लाने वाले से ही कंपनी लोन के बारे पूछताछ करती है। धोखे से बचने के लिए कंपनी ने सवाल-जवाब की यह प्रक्रिया अपनाई है। अहमदाबाद में ऐसा प्रयोग शुरू हो चुका है।
इन उपकरणों पर मिलेगा लोन:
आइसी इंसुलेटर- 4.5 लाख से 12 लाख रुपये
सीआरटी- 8 से 14 लाख रुपये
स्टंट- 1.25 लाख रुपये
पेस मेकर- 1.5 लाख रुपये से 4 लाख रुपये तक
इन उपकरणों के लिए कंपनी छह महीने से तीन साल के बीच किश्तों में भुगतान लेगी। लोन अदायगी की अवधि मरीज की आर्थिक स्थिति को देखकर बढ़ायी जा सकती है।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर