मौसम व चुनाव की मार से मरीज बेहाल
गाजियाबाद, जागरण संवाद केंद्र : मौसम के बदलते तेवर और चुनावी महासंग्राम के बाद अस्पतालों में काफी मरीज पहुंचे। चुनाव में लगे कर्मचारियों के अवकाश के कारण मरीजों के इलाज में परेशानी हुई। वहीं अस्पताल प्रबंधन का दावा रहा कि आने वाले किसी भी मरीज को बिना इलाज के वापस नहीं किया गया।
सुबह-शाम ठंड होने और दिन में हल्की गर्मी होने से लोग सर्दी जुकाम, बुखार के अलावा खांसी एवं ब्लड प्रेशर की चपेट में आ रहे हैं। रविवार को सार्वजनिक अवकाश, सोमवार व मंगलवार को चुनाव के चलते सार्वजनिक अवकाश घोषित था, जबकि चुनाव के दिन अस्पताल खुला था। बावजूद इसके लोगों को अस्पताल खुले होने की जानकारी नहीं हो सकी, जिससे मंगलवार का एमएमजी अस्पताल में सिर्फ मरीज 20 मरीजों ने रजिस्ट्रेशन कराकर इलाज के लिए पर्ची बनवाई थी। हालांकि अस्पताल दो बजे के बजाय शाम पांच बजे तक खुला था। बुधवार को करीब 1500 मरीजों ने रजिस्ट्रेशन कराकर पर्ची बनवाई, जबकि अस्पताल का 26 पैरामेडिकल स्टाफ चुनाव ड्यूटी में गया था, जो चुनाव संपन्न होने के बाद दूसरे दिन अवकाश पर था। जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजों का नेत्र परीक्षण, दांतों की जांच, दवा लेने के लिए लंबी लाइन देखी गई। इससे सैकड़ों मरीज बिना इलाज के ही वापस लौटने को मजबूर हुए।
-क्या कहते हैं सीएमएस
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. अमलेश कुमार वर्मा ने भी माना कि स्टाफ की कमी से अवकाश में परेशानी हुई, इसके बावजूद उन्होंने दावा किया कि किसी भी मरीज को बिना इलाज के वापस नहीं किया गया।
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