एनएच 9 पर यूपी गेट से डासना तक बनेंगे 19 अंडरपास
अखिलेश तिवारी, साहिबाबाद (गाजियाबाद) : यूपी गेट से डासना तक बनने वाले 14 लेन के राष्ट्रीय राजमार्ग न
अखिलेश तिवारी, साहिबाबाद (गाजियाबाद) : यूपी गेट से डासना तक बनने वाले 14 लेन के राष्ट्रीय राजमार्ग नौ (एनएच 24) पर वाहनों और पैदल चलने वालों के लिए 19 अंडरपास बनाए जाएंगे। इंदिरापुरम में छह अंडरपास वाहनों के लिए और दो अंडरपास पैदल चलने वालों के लिए बनाए जाएंगे। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की मंशा लोगों को हर आधे से एक किमी की दूरी पर लोगों को अंडरपास की सुविधा देने की है।
एनएच नौ के यूपी गेट से डासना तक चौड़ीकरण का काम अदालती पेंच में उलझा है, लेकिन एनएचएआइ ने इस हाईवे को स्थानीय लोगों की सुविधा और जरूरत के अनुसार विकसित करने का ऐसा खाका खींचा है, जो लोगों के लिए सुविधाजनक होने के साथ हाईवे के यातायात को भी तेज गति देने में सक्षम होगा।
14 लेन के हाईवे पर दौड़ रही गाड़ियों के बीच चूंकि लोगों के लिए इसे पार करना आसान नहीं होगा। ऐसे में एनएचएआइ ने यूपी गेट से डासना तक जगह-जगह वाहनों और पैदल चलने वालों के लिए अंडरपास बनाने का फैसला किया है। यहां एनएचएआइ के एक मौजूदा अंडरपास समेत कुल 12 अंडरपास वाहनों के गुजरने के लिए बनाए जाएंगे। यह अंडरपास गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की ओर से बनाए जा चुके अंडरपास से अलग होंगे। इन्हें 55 मीटर यानी 160 से 180 फुट तक चौड़ा बनाया जाएगा। इसके अलावा हाईवे के इस पूरे रूट पर सात पैदल अंडरपास भी होंगे। एनएच -नौ पर यूपी गेट से हरनंदी पर बने पुल तक कुछ छह अंडरपास वाहनों के लिए बनेंगे। जबकि दो अंडरपास पैदल चलने वालों के लिए बनेंगे।
कहां-कहां बनेंगे वाहन अंडरपास
खोड़ा पहला पुश्ता के पास वाहन अंडर पास बनेगा। इससे आधा किमी आगे चलकर दूसरा अंडर पास होगा। फिर हर अंडरपास 400 से छह सौ मीटर की दूरी पर बनेगा। यानी एक अंडरपास से दूसरे की दूरी आधा किमी से भी कम होगी। हरनंदी पुल के बाद दो अंडरपास ¨लक रोड और नोएडा एक्सटेंशन के पास बनेंगे। इसके बाद अगले दो अंडर पास तीन और चार किमी की दूरी पर और उससे आगे के सभी अंडर पास एक किमी की दूरी पर बनाए जाएंगे।
यूपी गेट से डासना के 19 किमी लंबे हिस्से में 12 अंडरपास वाहनों के लिए और सात पैदल चलने वालों के लिए बनेंगे। अथॉरिटी की कोशिश है कि नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण के बाद किसी को सड़क पार करने के लिए हाईवे पर न जाना पड़े।
आरपी ¨सह, परियोजना निदेशक एनएचएआइ