इंदिरापुरम में 24 घंटे में 20 मिनट ही मिल रहा पानी
जागरण संवाददाता, इंदिरापुरम: इंदिरापुरम में पानी की समस्या बढ़ गई है। शुक्रवार को सुबह नीति खंड सहित
जागरण संवाददाता, इंदिरापुरम: इंदिरापुरम में पानी की समस्या बढ़ गई है। शुक्रवार को सुबह नीति खंड सहित ज्ञान खंड, शक्ति खंड और न्याय खंड में न के बराबर जलापूर्ति हुई। समस्या बढ़ने के बावजूद जीडीए की ओर से कोई उपाय न होने से दिवाली पर पानी का घोर संकट सामने आएगा। इंदिरापुरम में लोग पानी की समस्या से परेशान होकर धरना प्रदर्शन तक करने को तैयार हैं।
शुक्रवार को इंदिरापुरम के कई क्षेत्रों से 20 से 30 मिनट तक ही पानी की आपूर्ति हो पाई। शक्ति खंड तीन में रहने वाली ममता सहगल ने बताया कि पिछले वर्ष तो सुबह पूरा पानी मिलता था और शाम को भी थोड़ा-बहुत जलापूर्ति होती रही, लेकिन इस वर्ष तो सुबह के समय भी ठीक से पानी नहीं मिल पा रहा है।
न्याय खंड दो आरडब्ल्यूए अध्यक्ष राजेंद्र पाठक ने बताया कि जीडीए ने पानी की आपूर्ति के लिए कोई योजना नहीं बनाई, जिससे परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि हर साल होने वाली इस समस्या के लिए पहले से तैयारी की जानी चाहिए लेकिन जीडीए या नगर निगम इसकी कोई तैयारी नहीं करते हैं।
-----------------------
जीडीए अधिकारियों ने बताया कि इंदिरापुरम में नलकूपों से रोजाना 11 क्यूसेक पानी की आपूर्ति की जा रही है जो कि यहां मांग के विपरीत आधी है। जीडीए अधिकारियों ने कहा कि आधा से ज्यादा से पानी तो सिर्फ पानी की लाइनों को रिचार्ज करने में ही खत्म हो जाता है। इस वजह से यह समस्या हो रही है। इसके लिए स्टोरेज क्षमता बढ़ाने पड़ेगी तभी इस समस्या से निजात मिल सकती है।
-----------------------
नीति खंड में पानी का संकट है। हर साल यही हाल होता है फिर भी जीडीए की ओर से कोई तैयारी न होना समस्या को बढ़ा रहा है। अभी भी अधिकारी चुप हैं।
पर¨वदर यादव, आरडब्ल्यूए अध्यक्ष, नीति खंड-तीन।
-------------
आज सुबह कम प्रेशर में मात्र 15 मिनट पानी आया। इस तरह तो आने वाले 15 या 20 दिन काटना मुश्किल हो जाएगा।
-योगिता, इंदिरापुरम।
------------
पानी की समस्या ऐसी हो गई है कि अब लगता है कि हम कहां हैं। इतना बड़ा शहर है, लेकिन पानी की आपूर्ति ही नहीं हो रही। लोगों की परेशानी जीडीए को समझ नहीं आ रही है।
-अर्चना मिश्रा, इंदिरापुरम।
------------
पानी की समस्या तो हमेशा ही बनी रहती है, लेकिन जब गंगाजल की आपूर्ति बंद हो तो यह समस्या भयानक हो जाती है। जैसा इन दिनों हो रहा है।
-अश्विनी गुप्ता, वैशाली।
--------------------
जीडीए के ट्यूबवेलों से जितना पानी मिलता है, उससे पूरी आपूर्ति संभव नहीं हो पा रही है। पानी की लाइन खाली होने से काफी समय व पानी इसे चार्ज करने में लग जाता है।
-चक्रेश जैन, अधिशासी अभियंता, जीडीए।