पैसे, अवैध संबंधों में हुई प्रॉपर्टी कारोबारी की हत्या
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : सदरपुर गांव में प्रॉपर्टी कारोबारी पर ताबड़तोड़ गोली बरसाकर की गई हत्या म
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : सदरपुर गांव में प्रॉपर्टी कारोबारी पर ताबड़तोड़ गोली बरसाकर की गई हत्या में पुलिस ने मृतक की पत्नी व उसके ममेरे भाई को गिरफ्तार किया है। हत्याकांड को अंजाम मृतक की पत्नी ने पति के ममेरे भाई से अवैध संबंधों के चलते दिलाया था। इस हत्याकांड का मास्टर माइंड जलपरी सायरा सिरोही का पिता जयदीप सिरोही था और उसने ही शूटर व असलहे उपलब्ध कराए थे। धीरज से जयदीप को डेढ़ करोड़ रुपये लेने थे। पैसा देने से मना करने पर उसने हत्याकांड की पूरी इबारत लिखी थी। पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने धीरज का माइंड मेकअप कर हत्या से कुछ दिन पहले ही एक वीडियो रिकॉर्ड कराया था जिसमें धीरज ने अपने साथ कुछ भी अनहोनी होने पर पांच लोगों के नाम बोले थे, जिनका इस हत्याकांड से कोई लेनादेना नहीं था। पुलिस ने आरोपियों से दो नौ एमएम की पिस्टल व हत्याकांड में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद कर ली है।
बुधवार को एसपी सिटी सलमान ताज पाटिल व सीओ द्वितीय मनीष कुमार मिश्रा ने प्रेसवार्ता में बताया कि पकड़े गए आरोपियों में धीरज की पत्नी प्रीति व ममेरा भाई सेक्टर 23 निवासी वरुण है। जबकि इस मामले में आरके पुरम गो¨वदपुरम निवासी जयदीप सिरोही व शूटर मोनू अभी फरार हैं। उन्होंने बताया कि धीरज प्रॉपर्टी का कारोबार करता था। करीब चार साल पहले उसने अपने सगे मामा के बेटे वरुण जो बेरोजगार था, उसे अपने साथ काम पर रख लिया था। इस बीच धीरज घर से अक्सर बाहर रहता था। इस दौरान प्रीति व वरुण के बीच नजदीकियां बढ गई और दोनों के अवैध संबंध बन गए। इन संबंधों के बारे में धीरज को पता चला तो उसकी पत्नी से लड़ाई रहने लगी। इस बीच वर्ष 2015 में धीरज हत्या के प्रयास के एक मामले में बुलंदशहर व चेक बाउंस के मामले में फिरोजबाद जेल में रहा। उसके जेल जाने के बाद प्रीति अपने बच्चों को छोड़कर वरुण के साथ रहने लगी। धीरज जब जेल से वापस आया और उसे प्रकरण का पता चला तो उसने वरुण को नौकरी से निकाल दिया और उसका प्रीति से विवाद हुआ। इसके बाद दोनों का मामला महिला थाने में चला गया। यहां दोनों की काउंसि¨लग के बाद प्रीति धीरज के साथ रहने के लिए तैयार हो गई और दोनों साथ रहने लगे। वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व कांस्टेबल व सायरा सिरोही के पिता जयदीप भी वरुण से दूर की रिश्तेदारी है। उसने पूर्व में धीरज को दो प्रतिशत ब्याज पर डेढ़ करोड़ रुपये दिए थे। धीरज ने आगे आठ फीसद ब्याज पर पैसा उठाया हुआ था। यह पैसा धीरज जयदीप को वापस नहीं कर पा रहा था। इस पर जयदीप उससे खुन्नस खाने लगा और उसे मारने की प्ला¨नग बनाई। जयदीप को वरुण व प्रीति के अवैध संबंधों के बारे में पता था। इसके चलते उसने प्रीति व वरुण को साथ लेकर पूरी योजना बनाई। योजना के तहत उसने प्रीति से धीरज का एक वीडियो बनाने के लिए कहा। प्रीति ने कुछ दिन पहले ही धीरज के नशे में होने का फायदा उठाया और उसका माइंड मेकअप कर उसके लेनदारों पर हत्या का संदेह जताते हुए भविष्य में कुछ अनहोनी होने पर उन्हें जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई के लिए बयान रिकार्ड कर किया। आरोपियों की योजना थी कि वह धीरज की हत्या कर देंगे और पुलिस वीडियो में बताए गए नाम वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। इस पूरी योजना के साथ आरोपियों ने हत्याकांड को अंजाम दिया। हत्याकांड के बाद परिजनों ने वीडियो के आधार पर चार लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस शुरूआती जांच से ही जयदीप के अलावा बाकी तीन आरोपियों को बेकसूर मानकर चल रही थी।
ऐसे दिया हत्याकांड को अंजाम
थाना प्रभारी कविनगर अशोक सिसौदिया ने बताया कि आरोपियों ने 22 जून को धीरज की हत्या की योजना बनाई। धीरज ने फार्म हाउस में ही घर बनाया और घर के नीचे ऑफिस बनाया हुआ था। 22 जून को प्रीति ने धीरज को ऑफिस में अकेला बैठा देखकर वरुण को सूचना दी। इस पर वरुण ने जयदीप से संपर्क किया। जयदीप ने मोनू नामक शूटर को मोटरसाइकिल के साथ बुलाया और हत्याकांड के लिए दो पिस्टल उपलब्ध कराई। दोनों आरोपी जब धीरज के ऑफिस पहुंचे तो उसके पास कुछ लोग बैठे हुए थे, इसके चलते उनकी योजना धराशायी हो गई और आरोपी बैरंग वापस लौट गए। इसके बाद 26 जून को पुन: प्रीति ने वरुण को फोन किया और बताया कि धीरज अपने पिता के साथ ऑफिस में बैठा हुआ है। अब तुम लोग आकर उसे मार सकते हो। इसके बाद जयदीप वरुण व सोनू को लेकर उसके ऑफिस के पास आया। इस दौरान जयदीप मोटरसाइकिल पर कुछ दूरी पर बैठा रहा और सोनू व वरुण ने ऑफिस में जाकर पिता पुत्र पर ताबड़तोड़ गोली बरसाकर फरार हो गए। इस घटना में धीरज की मौत हो गई थी तथा उसका पिता जगवीर गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया था।
प्रॉपर्टी कब्जाने की थी योजना
आरोपियों ने बड़े शातिराना अंदाज में हत्याकांड की पूरी पटकथा लिखी थी। जयदीप की योजना थी कि धीरज क मरने के बाद दूसरे आरोपी जेल चले जाएंगे और वह चारों बच जाएंगे। धीरज के मरने के बाद सारी प्रॉपर्टी प्रीति व उसके बच्चों के नाम हो जाएगी और वरुण भी प्रीति के साथ रहने लगेगा। योजना थी कि धीरज की हत्या के बाद आधी प्रॉपर्टी प्रीति वरुण व आधी जयदीप के हिस्से में बांट ली जाएगी। इसमें से कुछ पैसा शूटर मोनू को दे दिया जाएगा।
बहन की शादी के लिए पैसा न देने पर करने लगा था नफरत
वरुण ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि डेढ़ साल पूर्व उसने अपनी बहन की शादी की थी। इस शादी में धीरज ने छह लाख रुपये खर्च करने का वादा किया था लेकिन उसने कुछ भी मदद नहीं की। इसके बाद से वह धीरज से नफरत करने लगा था।
ये हुई थी घटना
कविनगर थाना क्षेत्र के सदरपुर निवासी जगवीर (65) व उसका पुत्र धीरज (37) प्रॉपर्टी डीलर का काम करते थे, गांव के बाहर ही उनका फार्म हाउस व प्रॉपर्टी डी¨लग का कार्यालय है। रविवार रात करीब नौ बजे दोनों कार्यालय पर बैठे हुए थे। इस दौरान चार बदमाश वहां पहुंचे और दोनों पर ताबड़तोड़ फाय¨रग कर दी। इस घटना में धीरज को छह व जगवीर के पैर में तीन गोली लगी। दोनों को सर्वोदय अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां चिकित्सकों ने धीरज को मृत घोषित कर दिया जबकि जगवीर अभी तक अस्पताल में भर्ती है। इस मामले में जगवीर के भाई सुंदरपाल ने गो¨वदपुरम निवासी जयदीप, महरौली निवासी नरेश, अवंतिका निवासी बीकर व बब्बल को नामजद कराया था।