32 एके 47 के साथ पुलिस ने बोला बदमाशों पर धावा
अखिलेश तिवारी , लोनी : सिपाही की बेगुनाह मौत ने बुधवार की रात पुलिस को आक्रामक बना दिया था। बदमा
अखिलेश तिवारी , लोनी :
सिपाही की बेगुनाह मौत ने बुधवार की रात पुलिस को आक्रामक बना दिया था। बदमाशों की तलाश में पूरी रात भटकती पुलिस ने मुठभेड़ के लिए बिग पॉवर अटैक की रणनीति अपनाई और एसएसपी ने 32 पुलिसवालों को एके 47 के साथ मोर्चे पर उतार दिया। पहली बार हुआ जब किसी एनकाउंटर में पुलिस के सभी बड़े अधिकारी शामिल हुए। एसएसपी धर्मेंद्र ¨सह ने ऐलान भी किया है कि अब लोनी में बदमाशों के उन्मूलन का अभियान चलेगा। बदमाशों को जेल भेजेंगे या मुठभेड़ में मारे जाएंगे।
बंथला चौकी पर बदमाशों के दुस्साहसी हमले और सिपाही की मौत ने पुलिस महकमे के बड़े अधिकारियों को भी बेचैन कर दिया था। रात में ही डीआईजी मेरठ ने लोनी का दौरा किया। सुबह आईजी जोन आलोक शर्मा भी पहुंच गए। एसएसपी धर्मेंद्र ¨सह ने रात में ही जिले की पुलिस को लोनी में तलब कर लिया। एसपी सिटी डॉ अजयपाल शर्मा और एसपी ग्रामीण राकेश पांडेय के साथ अलग- अलग टीमों ने बदमाशों की तलाश में पूरी रात इलाके की खाक छानी। बदमाशों ने चूंकि पुलिस चौकी में घुसकर सिपाही को गोली मारी थी इसलिए पुलिस भी बेहद चौकन्नी थी और बदमाशों के हमलावर रुख से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार होकर पहुंची। एसएसपी ने एसओजी, क्राइम ब्रांच समेत ऐसे पुलिसवालों की अलग टीम बनाई जो मुठभेड़ के लिए तेज तर्रार और फिट समझी जाती है। इस टीम के 32 सदस्यों को एके 47 रायफल दी गई और उन्हें खुली छूट भी दी कि अगर बदमाशों से मुठभेड़ होती है तो पूरी ताकत से हमला बोलना है। लोनी में ही पिछले दिनों बदमाशों ने पुलिस टीम पर हैंडग्रेनेड भी फेंका था। इस वजह से भी एसएसपी ने बिग पॉवर अटैक की रणनीति बनाई और पुलिस टीम को साफ - साफ बता दिया कि अगर बदमाशों से मुठभेड़ होती है तो बगैर संकोच किए पॉवर फायर करना है। यह अलग बात है कि जब बदमाशों से मुठभेड़ हुई तो पुलिस को ज्यादा गोलियां नहीं चलानी पड़ी और सिपाही पर गोली चलाने का मुख्य आरोपी गयासी पकड़ा गया।
डेढ़ सौ बारातियों की हुई तलाशी
मॉडल गांव में पुलिस ने बारातियों की तलाशी के लिए पूरे गांव को घेर लिया था। किसी को भी गांव से निकलने का मौका नहीं दिया गया। डेढ़ सौ बारातियों को घेरकर अलग किया गया और इसमें से महिलाओं- बच्चों और बुजुर्गों को अलग छांट दिया गया। इसके बाद 80 लोगों से पुलिस ने रात में कड़ी पूछताछ की। तलाशी के दौरान तीन युवकों के पास से पिस्टल भी बरामद हुई लेकिन वह प्वाइंट 32 बोर की देशी पिस्टल निकली। सिपाही सुदेश यादव को जो गोली लगी है वह नाइन एमएम की पिस्टल से मारी गई है। नाइन एमएम प्रतिबंधित बोर है। इन तीन युवकों के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने सख्ती की तो पता चला कि खड़खड़ी गांव के शातिर बदमाश हरेंद्र खड़खड़ी का भाई गयासी भी बारात में आया था लेकिन मौके से गायब है। इसके बाद ही पुलिस ने गयासी को पकड़ने के लिए ताबड़तोड़ दबिश दी और आखिरकार मुठभेड़ में वह पकड़ा गया।