भूकंप के झटकों से फिर दहला ट्रांस ¨हडन
जागरण संवाददाता, कौशांबी (गाजियाबाद): रविवार को पौने एक बजे के आसपास भूकंप के झटके लगे तो लोग शनि
जागरण संवाददाता, कौशांबी (गाजियाबाद): रविवार को पौने एक बजे के आसपास भूकंप के झटके लगे तो लोग शनिवार की तरह ही दहशत में आ गए। डरे-सहमे लोग अपने मोबाइल व गाड़ियों की चाबी लेकर चिल्लाते हुए ऊंची इमारतों से बाहर की ओर दौड़ पड़े। पल भर में ही सोसायटियों, मेट्रो स्टेशन व निर्माणाधीन इमारतों के आसपास खुले स्थान पर भीड़ जमा हो गई। कौशांबी, इंदिरापुरम, वैशाली, शालीमार गार्डन, मोहन नगर और राजेंद्र नगर में लोग अपने अपने-अपने घरों से बाहर आ गए। करीब पांच मिनट के लिए मेट्रो रोकी गई। कौशांबी व वैशाली मेट्रो स्टेशन पर ट्रैक की जांच भी की गई। भूकंप आने की अफवाहों पर कुछ लोगों ने मेट्रो को छोड़ ऑटो व टैक्सी का सहारा लिया।
शिवालिक टावर के बाहर जमा हुई भीड़
कौशांबी में भूकंप के झटके महसूस हुए तो दर्जनों लोग शिवालिक टावर (1996 में बना) के बाहर इकट्ठा हो गए। 19 मंजिला इस इमारत के छठे फ्लोर से ऊपर रहने वाले सभी लोग डरी सहमी हालत में नीचे उतर आए। कोई हड़बड़ाहट में फ्लैट का गेट खुला छोड़ आया तो कोई गाड़ी की चाबी व मोबाइल लेकर नीचे दौड़ा।
सोसायटी में रहने वाले अजय रावत ने बताया कि सालों पुरानी इमारत कमजोर जरूर हो मगर लगातार दो दिन आए भूकंप के दौरान किसी के जानमाल का कोई नुकसान नहीं है। कुछ महिलाएं व बुजुर्ग अवश्य डर गए थे। सोसायटी के लोग करीब पौने बारह से लेकर चार बजे तक नीचे ही रहे। सोसायटी में रहने वाली नवदीप कौर का कहना है कि जिस प्रकार से रोजाना भूकंप आ रहा है उससे बहुत घबराहट हो रही है ना जाने किस पल क्या हो जाए।
सोसायटी के गेट पर कार पर बिताया समय
कौशांबी के विंध्याचल टावर में भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने फ्लैटों ने नीचे आ गए। शनिवार व रविवार को भूंकप के झटकों से सहमा एक परिवार को अपनी आइ-10 कार में ही बैठा रहा। वहीं कुछ लोग सोसायटी के किनारे छांव में जमा हो गए। कुछ लोग पास के पार्क में चले गए और वहां घंटों तक जमा रहे। इसी के साथ कौशांबी के शिप्रा कृष्णा में भी बच्चे, बुजुर्ग और जवान नीचे उतर आए।
इमारत टेढ़ी होने की अफवाह पर जुटी भीड़
वैशाली सेक्टर-चार की मेट्रो स्वीट होम की निर्माणाधीन बि¨ल्डग के एक फ्लोर के झुकने व टेढ़ापन होने की अफवाह फैल गई। लोगों ने सौ नंबर पर इसकी सूचना दी और पुलिस भी मौके पर आ गई। बीच सड़क पर भीड़ जमा हो गई और लोगबाग अपने मोबाइल से इसे शूट करने लगे। सड़क पर भीड़ जमा होने पर बिल्डर के भी लोग जमा हो गए। बिल्डर के लोगों ने बाद में बताया कि इमारत का निर्माण कुछ ऐसा है जो नीचे व सड़क से देखने पर तिरछी नजर आती है।