डकैती में बदमाशों का सुराग नहीं लगा सकी पुलिस
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद कविनगर थाना क्षेत्र के गोविंदपुरम ए ब्लॉक में बृहस्पतिवार तड़के ट्रांसपो
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद
कविनगर थाना क्षेत्र के गोविंदपुरम ए ब्लॉक में बृहस्पतिवार तड़के ट्रांसपोर्टर के परिवार को बंधक बनाकर हुई लाखों की डकैती के मामले में दो दिन बाद भी पुलिस बदमाशों का सुराग नहीं लगा सकी है। पुलिस कई कोणों पर जांच कर रही है। पुलिस मान रही है कि वारदात को किसी करीबी ने कराया है। इसके चलते पुलिस रडार पर कई कर्मचारी व करीबी आ गए हैं। पुलिस घटना के शीघ्र खुलासे का दावा भी कर रही है। शुक्रवार सुबह पुलिस की एक टीम ने दोबारा ट्रांसपोर्टर के घर जाकर जांच की व परिजनों के बयान दर्ज किए।
कई मोबाइल टावरों का डाटा स्कैन
घटना के खुलासे के लिए पुलिस ने ट्रांसपोर्टर के घर व कार्यालय के आसपास लगे कई मोबाइल फोन टावरों का डाटा स्कैन कराया है। इनमें मिले कई संदिग्ध नंबरों के आधार पर पुलिस जांच में जुटी है। वहीं जिले में पूर्व में हुई इसी तरह की घटना के दौरान एकत्र किए गए डाटा से भी पुलिस मिलान कर रही है।
करीबी शक के घेरे में
पुलिस यह तो मान चुकी है कि घटना के पीछे किसी परिचित या करीबी का हाथ है। इन्हीं के इर्दगिर्द पुलिस के शक की सूई घूम रही है। इनकी गतिविधियों पर पुलिस नजर बनाए हुए है। कई लोगों के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकलवाई गई और कई नंबरों को इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस पर भी लिया है।
ये हुई थी घटना
गोविंदपुरम ए ब्लॉक निवासी सुरेंद्र राज मित्रा का लोहा मंडी में ट्रांसपोर्ट का कारोबार है। उनकी पत्नी घर में महिला जिम चलती हैं और पुत्र का लोहा मंडी में ही दरवाजे का शोरूम है। बृहस्पतिवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे हथियारबंद छह नकाबपोश बदमाश कमरे की खिड़की की ग्रिल उखाड़कर भीतर प्रवेश कर गए। ं बदमाशों ने उनके दो पुत्रों व बूढ़ी मां समेत परिवार के अन्य सदस्यों को हथियारों के बल पर लेकर मारपीट की और बंधक बनाकर 7.50 लाख की नकदी, 17 लाख के जेवर समेत करीब 25 लाख से अधिक की लूट की। बदमाश डेढ़ घंटे तक घर में रहकर तांडव मचाते रहे।
यह बात तो तय है कि घटना में किसी करीबी का हाथ है। बदमाशों को घर के बारे में पूरी जानकारी थी। जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया है वह करीबी ही दिला सकता है। पुलिस कई बिंदुओं पर मामले की जांच में जुटी है। हमें उम्मीद है कि मामले का शीघ्र खुलासा कर बदमाशों को गिरफ्तार किया जाएगा।
कुमार रणविजय सिंह, सीओ द्वितीय
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आशुतोष गुप्ता