कांग्रेस-बसपा को झटका दे चार पार्षदों ने थामा भाजपा का दामन
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : नगर निगम कार्यकारिणी उपाध्यक्ष का 22 दिसंबर को होने वाले चुनाव से पहले
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : नगर निगम कार्यकारिणी उपाध्यक्ष का 22 दिसंबर को होने वाले चुनाव से पहले ही जोड़तोड़ की राजनीति शुरू हो गई। शुक्रवार को कांग्रेस व बसपा को बड़ा झटका देते हुए निगम के चार पार्षदों ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। नेहरूनगर स्थित भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय पर लखनऊ के विधायक गोपाल टंडन व महापौर तेलूराम कांबोज और महानगर अध्यक्ष अशोक मोंगा की मौजूदगी में इन चारों पार्षदों ने भाजपा ज्वाइन की। भाजपा ज्वाइन करने वाले इन पार्षदों में वार्ड-53 से कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद प्रवीण चौधरी, वार्ड-77 से पूर्व पार्षद राजकुमार पप्पू की पत्नी पार्षद जया नागर, वार्ड- 72 से पूर्व पार्षद विनय चौधरी की पत्नी पार्षद सुनीता चौधरी व वार्ड-73 से बसपा पार्षद रेखा शर्मा व पति विनोद शर्मा ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इसके अलावा सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष लोहिया वाहिनी संजय शर्मा व विजयनगर क्षेत्र से पार्षद का चुनाव लड़ चुके दिनेश कुमार व पिंकी ठाकुर ने भी भाजपा में शामिल होने की घोषणा की। निगम कार्यकारिणी उपाध्यक्ष चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस व बसपा को अलविदा करने वाले इन चारों पार्षदों की वजह से कांग्रेस व बसपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। निगम कार्यकारिणी में अब प्रवीण चौधरी के भाजपा में शामिल हो जाने के बाद भाजपा सदस्यों की संख्या पांच हो गई है। भाजपा की ओर से हालांकि अभी तक प्रवीण चौधरी के नाम की विधिवत उपाध्यक्ष पद के लिए घोषणा नहीं की गई है लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा संगठन के नेताओं से वार्ता करने के बाद ही प्रवीण ने भाजपा का दामन थामा हैं। प्रवीण का दावा है कि कार्यकारिणी उपाध्यक्ष बनने के लिए भाजपा के अलावा दूसरे दलों के सदस्य का भी उन्हें समर्थन मिलेगा। दरअसल, भाजपा ज्वाइन करने वाले इन पार्षदों की कई दिन पहले ही भाजपा ज्वाइन करने की स्क्रिप्ट लिखी जा चुकी थी लेकिन मौके की नजाकत को भांपते हुए सही समय पर यह निर्णय लिया गया। महापौर तेलूराम कांबोज व भाजपा पूर्व पार्षद दल के नेता मुकेश त्यागी विपक्षी दल सपा के पार्षद सतपाल यादव को उपाध्यक्ष चुनाव लड़ाने के लिए पुरजोर तरीके से पैरवी में लगे थे। महापौर ने सतपाल को आशीर्वाद भी दे दिया था लेकिन भाजपा पार्षद दल के नेता मनवीर व महानगर उपाध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद राजीव शर्मा समेत भाजपा संगठन इसके खुलकर विरोध में थे। राजीव शर्मा समेत कई भाजपा के दिग्गज महापौर के बयान को गले ही नहीं उतार रहे थे कि भाजपा को कार्यकारिणी व सदन में बहुमत होने के बाद भी गैर दल के पार्षद को चुनाव लड़ाया जाएगा। इसलिए शुक्रवार को कांग्रेस व बसपा के पार्षदों को भाजपा ज्वाइन कराने के पीछे इनके साथ संगठन की अहम भूमिका मानी जा रही है। इस दौरान पूर्व विधायक सुनील शर्मा, पार्षद अनिल स्वामी, मयंक गोयल, ब्रज बहादुर, संजीव शर्मा, अजय, विजय मोहन आदि मौजूद रहे।
भाजपा कोर कमेटी में नहीं हुआ नाम फाइनल
भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय पर रात सात बजे साढे़ आठ तक करीब दो घंटे चली बैठक के बाद भी निगम कार्यकारिणी उपाध्यक्ष के लिए पार्षद के नाम की घोषणा नहीं की गई। कुछ भाजपाइयों का कहना है कि महापौर के विरोध के चलते नाम की घोषणा नहीं हो सकी। इसलिए कोर कमेटी ने 20 दिसंबर तक पार्षद के नाम को होल्ड कर दिया। सूत्रों का कहना है कि प्रवीण चौधरी को ही उपाध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया जाएगा।