कॉलेजों में सांध्यकालीन कक्षाओं का रास्ता साफ
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। प्रदेश सरकार द्वारा कालेजों में सांध्यकालीन कक्षाओं को शुरू करने की मंजू
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। प्रदेश सरकार द्वारा कालेजों में सांध्यकालीन कक्षाओं को शुरू करने की मंजूरी दे दी गई है। इस फैसले से उन विद्यार्थियों को राहत मिलेगी, जो कालेजों में प्रवेश पाने के लिए मशक्कत कर रहे थे। शासन से मंजूरी मिलने के बाद चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी ने सर्कुलर जारी कर कॉलेजों को इस बारे में जानकारी दी है।
सीसीएस द्वारा जारी सर्कुलर के मुताबिक कॉलेजों को सांध्यकालीन कक्षाओं को शुरू करने लिए यूनिवर्सिटी में आवेदन करना होगा। आवेदन के बाद तय मानकों को पूरा करने पर सांध्यकालीन कक्षाओं की मंजूरी दी जाएगी। सांध्यकालीन कक्षाओं के लिए तय मानकों में शासन की ओर से किसी भी तरह का वित्तीय अनुदान कॉलेज को नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही नए पदों पर शिक्षकों की भर्ती को स्वीकृति भी नहीं दी जाएगी। मानदेय शिक्षक और रिटायर्ड शिक्षकों के जरिये ही सांध्यकालीन कक्षाओं को संचालित किया जाएगा। कॉलेजों को आवेदन करने के साथ सुबह और शाम की समय सारिणी भी विश्वविद्यालय को उपलब्ध करानी होगी। इसके साथ ही यह भी बताना होगा कि कालेज के आसपास के अन्य कॉलेजों में सीटें भर चुकी हैं या फिर नहीं। खाली सीटें होने पर सांध्यकालीन कक्षाओं को मंजूरी नहीं दी जाएगी। कार्य परिषद की स्वीकृति के बाद कक्षाओं को चलाने की मंजूरी दी जाएगी। कालेजों ने विश्वविद्यालय के फैसले का स्वागत किया है। गाजियाबाद के दो बडे़ कॉलेजों में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों में होड़ रहती है। इस वर्ष एमएमएच कॉलेज में बीए की 640 सीटों पर दस हजार 39 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। इसी तरह बीकॉम में 400 सीटों पर छह हजार 11 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। शंभूदयाल डिग्री कॉलेज में बीए की 640 सीटों पर सात हजार 240 विद्यार्थियों ने और बीकॉम की 240 सीटों पर चार हजार 197 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। शभूदयाल डिग्री कॉलेज की प्राचार्या डा.मंजू गोयल का कहना है कि विश्वविद्यालय का यह अच्छा प्रयास है। हम बीए और बीकॉम में दो-दो सेक्शन बढ़ाने की मांग करेंगे।