दिल्ली की गंगाजल आपूर्ति ठप, प्रशासन की व्यवस्था फेल
गाजियाबाद , गाजियाबाद : दिल्ली की गंगाजल आपूर्ति को बहाल रखने में पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से फेल हो गए। भाकियू व रालोद कार्यकर्ता दिल्ली को गंगा जल की आपूर्ति बाधित करने में सफल हो गए। मुरादनगर गंग नहर स्थित रेग्यूलेटर पर पहुंचने के लिए किसानों और पुलिस के बीच पथराव और लाठीचार्ज हुआ। जिसमें विधायक समेत चालीस से ज्यादा लोग घायल हो गए। पुलिस ने आंसू गैस व रबर बुलेट के साथ हवाई फायरिंग भी की लेकिन सब बेकार साबित हुआ। रेग्यूलेटर पर देर शाम तक भाकियू कार्यकर्ताओं का कब्जा था और पुलिस-प्रशासन मूक दर्शक बनकर देखता रहा।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने दिल्ली के 12 तुगलक रोड स्थित रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह की कोठी का बिजली-पानी कनेक्शन काटे जाने के बाद 18 अगस्त को मुरादनगर गंग नहर स्थित रेग्यूलेटर से दिल्ली को गंगा जल की आपूर्ति बाधित करने की घोषणा की थी। भाकियू व रालोद कार्यकर्ताओं से निपटने के लिए पुलिस ने व्यापक प्रबंध किए थे। इसके लिए अन्य जिलों से आने वाले रास्तों पर नाकेबंदी की गई थी, वहीं एनएच 58 समेत गंग नहर को जाने वाले रास्तों पर बेरिकेटिंग कर पुलिस की तैनाती कर दी थी। इसके साथ ही सुबह नेताओं के घरों पर पुलिस तैनात कर दी गई थी। सबसे पहले सुबह करीब 11 बजे भाकियू की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हरेंद्र नेहरा गदाना गांव से श्यामवीर सिंह, चंद्रपाल, रामौतार त्यागी समेत दर्जनों लोगों के साथ जैसे ही गंग नहर के लिए चले वैसे ही तहसीलदार कमलेश कुमार सिंह व एसओ भोजपुर नजर अली खां ने उन्हें रोक दिया। जिसके बाद सभी लोगों ने हापुड़ रोड पर धरना शुरू कर जाम लगा दिया। 20 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया।
इसी समय मोदीनगर विधायक सुदेश शर्मा, भगवती सिंह ने भी सैकड़ों समर्थकों के साथ ट्रैक्टरों पर सवार होकर गंग नहर के लिए कूच करना शुरू कर दिया। उनके काफिले में भी भाकियू नेता नेपाल सिंह समेत अन्य जिलों से पहुंचे भाकियू व रालोद कार्यकर्ता शामिल हो गए। सभी को अबूपुर के पास पुलिस ने रोक दिया। विधायक अपने समर्थकों के साथ अबूपुर गांव के रास्ते गंग नहर के पास तक पहुंचने में सफल हो गए।
दो घंटे तक चला संघर्ष
विधायक सुदेश शर्मा व उनके समर्थकों के गंग नहर के पास तक पहुंचने के बाद पुलिस ने उन्हें रुकने की चेतावनी दी। इसी दौरान पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करने के साथ ही लोगों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। जिसका जवाब भीड़ ने पथराव कर दिया। इसके बाद दोनों तरफ से पत्थरबाजी शुरू हो गई। इतना ही नहीं, पुलिस ने रबर बुलेट के साथ ही हवाई फायरिंग भी की। फायर ब्रिगेड की गाड़ी से किसानों पर पानी की बौछार की। पुलिस ने मोदीनगर विधायक सुदेश शर्मा समेत उनके कई समर्थकों को हिरासत में ले लिया व जमकर पिटाई की। करीब एक दर्जन और लोगों को हिरासत में लिया गया। पथराव से दोनों पक्षों के 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए। विधायक का उपचार गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में चल रहा है। दोपहर करीब डेढ़ बजे डीआईजी के. सत्यनारायण मौके पर पहुंचे व पुलिस को बल प्रयोग करने से रोका। साथ ही उन्होंने भाकियू, रालोद कार्यकर्ताओं से शांत रहकर बातचीत की पेशकश की। दोनों पक्ष भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं ने फिर पथराव किया। जिसका जवाब पुलिसकर्मियों ने पथराव से दिया। मौके पर पहुंचे राकेश टिकैत की डीआईजी के. सत्यनारायण, जिलाधिकारी विमल कुमार शर्मा, एसएसपी धर्मेद्र सिंह आदि से बंद कमरे में वार्ता हुई। भाकियू ने दिल्ली को पानी की आपूर्ति ठप करने से कम पर मानने से इनकार कर दिया। जिसके बाद दोपहर 2.35 बजे भाकियू व रालोद कार्यकर्ताओं ने भागीरथी व सोनिया विहार रेग्यूलेटर पर चढ़कर दिल्ली को गंगा जल की आपूर्ति बाधित कर दी।
आपूर्ति बाधित करने के बाद मनाई खुशी
दिल्ली की गंगाजल आपूर्ति बाधित करने के बाद भाकियू कार्यकर्ताओं ने रणसिंघा बजाकर खुशी का इजहार किया। वहीं दूसरी तरफ ढोल की थाप पर नृत्य भी किया।
प्रधानमंत्री मोदी का फूंका पुतला
दिल्ली को गंगा जल की आपूर्ति ठप करने के बाद भाकियू व रालोद कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनका पुतला भी जलाया।