मोबाइल में पैसे हैं तो टिकट की चिंता छोड़ो
धीरेंद्र मिश्र, कौशांबी (गाजियाबाद):
मोबाइल फोन के बैलेंस से रोडवेज का टिकट बनाने की योजना पर विचार चल रहा है। सब कुछ ठीक रहा तो नए साल में यह योजना लागू की जाएगी। एम मनी(मोबाइल मनी) नाम की इस योजना से जहां यात्रियों को सुविधा मिलेगी, वहीं रोडवेज के परिचालक को कैश लेकर चलने से मुक्ति मिल जाएगी।
आइटीएमएस (इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम) के तहत उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम का काया कल्प किया जा रहा है। हाइटेक हो रहे सिस्टम के चलते बस स्टेशनों के साथ- साथ बसों को हाइटेक किया जा रहा है। निगम व्हाट्स एप से जुड़ने के बाद अब मोबाइल मनी की योजना लाने पर विचार कर रहा है। लखनऊ में आइटीएमएस के अधिकारियों व रोडवेज के अधिकारियों के बीच लंबी वार्ता हुई। अधिकारियों ने इस योजना को हरी झंडी दे दी है। आइटीएमएस के निदेशक विनीत ने बताया कि कई मोबाइल कंपनियों से बातचीत चल रही है। मोबाइल के बैलेंस से टिकट का दाम काट कर कैसे कंडक्टर के ईटीएम (इलेक्ट्रानिक टिकटिंग मशीन) में आएगा। इस पर प्रयोग किया जा रहा है।
कैसे कटेगा टिकट का पैसा :
मोबाइल में पहले बैलेंस चेक किया जाएगा। परिचालक अपने ईटीएम से गंतव्य का टिकट बनाएगा। और आप्शन में आपका मोबाइल नंबर डाउन लोड करेगा। इसके बाद बताए गए आप्शन का बटन को दबाते हुए परिचालक टिकट का मूल्य काट लेगा। जिस कंपनी का सिम होगा, उस कंपनी को सूचना चली जाएगी। कंपनी यात्री के मोबाइल पर टिकट का मूल्य कटने का संदेश भेज देगी।
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निश्चित ही यह अत्याधुनिक तकनीक की व्यवस्था है। इस पर बैठक में चर्चा हुई है। मोबाइल कंपनियों से बात चल रही है। एम-मनी के लिए प्रयोग भी किया गया है। इससे यात्रियों को टिकट के लिए नगद पैसे नहीं देने होंगे बल्कि मोबाइल नंबर के सिम की कंपनी का नाम बताना होगा। परिचालक अपने ईटीएम से टिकट का मूल्य मोबाइल के बैलेंस से काट लेगा। टिकट यात्री को मिलेगा। साथ ही टिकट की एक प्रति यात्री के मोबाइल के मेसेज बाक्स या फिर स्मार्ट फोन होने की दशा में व्हाटस एप पर आ जाएगी। योजना के दिसंबर या जनवरी तक लांच होने की उम्मीद है।