मुनीम हत्याकांड में सहकर्मी समेत चार गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद।
तेल व्यवसायी के मुनीम संदीप गोयल की हत्या कर 18 लाख रुपये लूटपाट की साजिश का तानाबाना एक सहकर्मी ने ही बुना था। एक माह बाद पुलिस ने वारदात से परदा उठाते हुए व्यवसायी के कर्मचारी समेत चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान कमल, विशाल उर्फ धर्मपाल, कपिल तथा शिवा के रूप में हुई है। उनके कब्जे से लूटे गए 8.60 लाख रुपये भी बरामद हो गए हैं। आरोपी कमल तेल व्यवसायी के यहां पर काम करता है। जबकि अन्य आरोपी मेरठ क्षेत्र के शातिर अपराधी हैं। शिवा पर दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। दो आरोपी अभी फरार हैं।
30 जून को कोतवाली के बजरिया इलाके में बदमाशों ने तेल व्यवसायी संजय गोयल के मुनीम संदीप को गोलियां मारकर उनसे नकदी से भरा बैग लूट लिया था। वारदात के समय वह बैंक में रुपये जमा कराने जा रहे थे।
पुलिस को वारदात में शुरू से ही किसी जानकार के शामिल होने का शक लग रहा था। बुधवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने खुलासा किया कि तेल व्यवसायी संजय के यहां कार्यरत कमल की मुखबिरी की मदद से ही बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था।
हापुड़ निवासी कमल ने सरधना, मेरठ के गैंगेस्टर शिवा के भाई धर्मेद्र को व्यवसायी द्वारा कर्मचारी की मदद से बैंक में रुपये जमा कराने की जानकारी दी थी। धर्मेंद्र से उसकी मुलाकात पड़ोस में रहने वाले एक वकील के यहां पर हुई थी। धर्मेद्र वहां पर शिवा की पैरवी के सिलसिले में आता था। शिवा मेरठ का गैंगेस्टर है। वह कई शातिर अपराधियों के संपर्क में था। धर्मेद्र ने लूट में से कमल को हिस्सा देने की बात करने के बाद शिवा तथा उसके दोस्त कपिल के अलावा परतापुर मेरठ निवासी विशाल उर्फ धर्मपाल तथा एक अन्य साथी की मदद से वारदात की साजिश रची।
वारदात वाले दिन दो मोटरसाइकिलों पर शिवा, कपिल, विशाल तथा उनका साथी बजरिया पहुंचे। नकदी से भरा बैग देने में विरोध करने पर विशाल ने संदीप को गोली मार दी थी। इसके बाद आरोपी मेरठ भाग गए थे। धर्मेंद्र व कमल दोनों इस दौरान वहां नहीं थे। धर्मेंद्र फोन पर ही कमल से पल पल की जानकारी लेकर शिवा को बता रहा था। जिसके आधार पर ही इस वारदात को अंजाम दिया जा सका। पुलिस धर्मेंद्र तथा वारदात में शामिल उसके साथी की तलाश कर रही है।
आरोपियों पर लगेगा एनएसए: एसएसपी
एसएसपी धर्मेद्र सिंह का कहना है कि इस घटना में शामिल सभी बदमाशों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई होगी। बदमाशों ने दिनदहाड़े इस घटना को अंजाम देकर बाजार में भय व्याप्त किया था।
सिपाही ने खोला केस, मिला इनाम-
इस सनसनीखेज घटना के बाद एसएसपी ने पुलिस की चार टीमें बनाई थीं। क्राइम ब्रांच, थाना लोनी, कोतवाली एवं सिहानी गेट पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही थी लेकिन सिपाही पुष्पेंद्र सिंह ने अकेले दम पर बदमाशों की सुरागरसी कर उनका पता लगाया। सिपाही पुष्पेंद्र की सूचना पर ही पुलिस को यह सफलता मिली । एसएसपी ने पुष्पेंद्र को 5000 हजार रुपये का इनाम दिया है।
23 जून को की थी रेकी
कमल ने बदमाशों को बताया था कि सोमवार को उनके यहां से अधिक नकदी बैंक में जाती है। इसलिए बदमाश सोमवार को ही वारदात करना चाहते थे। 23 जून को उन्होंने पूरे इलाके की रेकी भी की थी। हालांकि किसी वजह से उस दिन वारदात नहीं कर पाए थे। लेकिन उस दिन बदमाशों ने दुकान से बैंक तक के रास्तों के विषय में जानकारी इकट्ठा कर ली थी।