बिल्डर की गिरफ्तारी की मांग को लेकर थाना घेरा
फोटो जीपीएस :4 दो कॉलम (दो कॉलम)
-बिल्डर पर फ्लैट दिलाने के नाम पर करोड़ों हड़पने का आरोप
-मुकदमा दर्ज होने के बावजूद पुलिस व जीडीए नहीं कर रहा कार्रवाई
जागरण संवाददाता, इंदिरापुरम (गाजियाबाद) : बिल्डर की ठगी का शिकार बने लोगों ने मंगलवार को इंदिरापुरम थाने का घेराव किया और आरोपी बिल्डर को गिरफ्तार करने की मांग की। लोगों ने पुलिस एवं गाजियाबाद विकास प्राधिकरण पर भी कार्रवाई न करने का आरोप लगाया।
जानकारी के अनुसार, शक्तिखंड-2 में एक निजी बिल्डर ने 24 फ्लैट दिलाने के नाम पर 42 लोगों के करोड़ों रुपये हड़प लिए थे। ठगी के इस मामले में आठ माह पहले इंदिरापुरम थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। लेकिन पुलिस व जीडीए ने न तो बिल्डर पर कोई कार्रवाई की और न ही कोई गिरफ्तारी हुई।
-ऐसे हुआ पूरा फर्जीवाड़ा
शक्तिखंड-2 में वर्ष 2009 में महादेव बिल्डर्स की ओर से प्लाट संख्या 121,122 पर 24 बिल्डर्स फ्लैट की स्कीम लॉन्च की गई थी। स्कीम के तहत बिल्डर साकेत अग्रवाल उर्फ राजेश उर्फ राजीव और सविता शर्मा उर्फ संगीता ने लोगों से फ्लैट देने के नाम पर किसी से पचास, साठ और चालीस लाख रुपये ले लिए। वर्ष 2012 में फ्लैट देने की बात तय हुई, जिसमें देरी का बहाना करते हुए कुछ समय मांगा गया। इसी बीच बिल्डर ने धोखाधड़ी कर एक फ्लैट कई लोगों को बेच दिया। लोगों ने जब फ्लैट के लिए संपर्क करना शुरू किया तो उनके फोन नंबर बंद मिले। करीब 8 माह पहले एचसी अरोड़ा की ओर से इंदिरापुरम थाने में बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। तब से अब तक लोग परेशान हैं और बिल्डर का कहीं कोई अता-पता नहीं है।
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-लोग कर चुके हैं 90 प्रतिशत रकम जमा
मंगलवार को थाने पहुंचे मनीष, सचदेवा, पवन अरोड़ा, सुमित गोयल और लव अरोड़ा ने बताया कि वह लोग अपने फ्लैट की 90 प्रतिशत रकम दें चुके हैं। ठगी करने वाला बिल्डर करीब 40 लोगों के कई करोड़ रुपये हड़प चुका है। बिल्डर बीते पांच माह से लापता है। आरोप है कि निजी बिल्डर रेलवे में नौकरी करता है और उसने अपनी पत्नी केनाम पर फर्म बनाई हुए है। वह दिल्ली में तैनात है।
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- मुकदमे की दोबारा से जांच करेगी और जीडीए के अधिकारियों से भी बात की जाएगी। लोगों की रकम वापसी या फ्लैट दिलाने का भी प्रयास होगा।
वीरेंद्र कुमार यादव, थाना प्रभारी इंदिरापुरम