कहीं फीकी न रह जाए प्रेरकों की दीपावली
- वेतन न मिलने से परेशान हैं प्रेरक टूंडला: दीपावली का त्योहार नजदीक है। घरों में तैयारियां शु
- वेतन न मिलने से परेशान हैं प्रेरक
टूंडला: दीपावली का त्योहार नजदीक है। घरों में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं लेकिन प्रेरकों के घरों में अभी तक पहले जैसा ही हाल है। पिछले कई महीनों से मानदेय न मिलने के कारण इस दीपावली प्रेरक पटाखे नहीं फोड़ सकेंगे। प्रेरक देवेन्द्र कुमार का कहना है कि प्रेरकों को दो हजार रूपए प्रतिमाह दिए जाते हैं। इसके बदले में उनसे पूरे दिन निरक्षरों को साक्षर कराने का काम लिया जा रहा है। दिन भर मेहनत करने के बाद भी उन्हें समय से मानदेय नहीं मिल पा रहा है। आरके ¨सह ने कहा कि विभाग द्वारा प्रेरकों द्वारा निरक्षरों को साक्षर करने के साथ ही विद्यालयों में बच्चों को पढ़ाने का काम कराया जाता है, लेकिन मानदेय के नाम पर छलावा किया जा रहा है। प्रेरकों ने दीपावली से पहले मानदेय दिलवाने की मांग की है। मांग करने वालों में हरिप्रताप, सुमन गौतम, सरिता, दिनेश, वीके, केपी, अमित दुबे, सुमित, एनपी, प्राची आदि हैं।
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प्रशिक्षण के लिए मुख्यमंत्री से मिलेंगे शिक्षामित्र
टूंडला: गुरूवार को प्रशिक्षण विहीन शिक्षामित्रों की बैठक मां वैष्णों देवी धाम पर हुई। जिसमें न्याय पाने के लिए एकजुट होने की अपील की गई। आरके वरिष्ठ ने कहा कि दूषित मानसिकता के चलते वर्ष 2007-08 में कुछ शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण से वंचित कर दिया गया था। कांता देवी ने कहा कि ऐसे स्कूल जो शिक्षक विहीन हैं। उनमें प्रशिक्षण विहीन शिक्षामित्रों को तैनात कराया जाए। प्रशिक्षण कराने को लेकर शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मुलाकात की जाएगी। बैठक में शशिपाल यादव, दिनेश कुमार, अनिल यादव, श्रीकृष्ण, ओमलता, कांता, पूजा, महेश, लक्ष्मी, मोहनलाल, उपेन्द्र आदि मौजूद रहे।