फिरौती तैयार थी, तो फिर क्यों की हत्या?
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: युवा उद्यमी आदित्य हत्याकांड में परिजन कई सवालों को लेकर उलझन में हैं। स
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: युवा उद्यमी आदित्य हत्याकांड में परिजन कई सवालों को लेकर उलझन में हैं। सांसद अक्षय यादव के समक्ष उन्होंने यह दर्द बयां किया। परिजनों का कहना था कि अपहरण के बाद ही फोन आने लगे थे। फोन करने वाले को कभी डिमांड पूरा करने से मना नहीं किया। वह उन्हें आदित्य को वापस करने का भरोसा देते रहे। फिरौती की रकम तैयार थी, फिर भी आदित्य की अगले दिन ही हत्या क्यों कर दी?
रविवार सुबह सपा सांसद अक्षय युवा उद्यमी आदित्य मित्तल के सरकुलर रोड स्थित आवास पर पहुंचे। परिजनों के साथ दुख बांटा। आदित्य के ताऊ प्रदीप मित्तल ने सांसद को बताया कि ऐसा कतई आभास नहीं था कि हमारे लोग ही धोखा देंगे। दो माह पहले अपने पुराने दोस्त अर्जुन विज के जरिए आदित्य मित्तल, रोहन के संपर्क में आया। रोहन ने विश्वास में लेकर आदित्य को बुलाया और अपहरण कर लिया, फिर हत्या कर दी। सांसद ने कहा कि उन्हें जैसे ही घटना की जानकारी हुई, डीआइजी और एसपी को मामले से अवगत कराते हुए कार्रवाई के लिए कहा। इस पर प्रदीप का कहना था पुलिस से हमें कोई शिकायत नहीं है।
एसपी ने हमसे कहा था कि इन्हें उठा लें
परिजनों का कहना था कि पुलिस पहले ही आरोपियों तक पहुंच चुकी थी, मगर आदित्य को कोई नुकसान न हो इसलिए परिजन कच्चे पड़ गए। प्रदीन ने सांसद को बताया कि घटना के अगले दिन ही एसपी ने हमसे कहा था ये आरोपी हैं, इन्हें उठा लें, मगर हमने ही मना कर दिया था। वार्ता चल रही थी, इसलिए उम्मीद थी भतीजा वापस मिल जाएगा। इस दौरान आदित्य के पिता अतुल मित्तल, उद्योगपति बालकृष्ण गुप्त, सपा एमएलसी डॉ. दिलीप यादव, जिलाध्यक्ष अमोल यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष विजय प्रताप ¨सह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रमेश चंद्र चंचल, पूर्व जिलाध्यक्ष रामसेवक यादव, पूर्व पालिकाध्यक्ष राकेश दिवाकर, कल्लू गुर्जर, विजय आर्या, योगेंद्र यादव सोनू, राजकुमार राठौर आदि मौजूद रहे।
अर्जुन की नवंबर में है शादी
दोस्त के अपहरण और हत्या में फंसे अर्जुन विज का परिवार भी अब परेशानी में घिर गया है। इसकी वजह यह है कि एक बड़े औद्योगिक घराने में अर्जुन का रिश्ता तय हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक नवंबर के अंतिम सप्ताह में शादी होनी थी। अब हत्यारोपी से शादी कौन करेगा?