सिरसाखास का तालाब फिर होगा लबालब
संवाद सहयोगी, सिरसागंज (फीरोजाबाद): सिरसागंज से आधा किमी दूर सिरसाखास गांव के तालाब में भी एक नई उम्
संवाद सहयोगी, सिरसागंज (फीरोजाबाद): सिरसागंज से आधा किमी दूर सिरसाखास गांव के तालाब में भी एक नई उम्मीद जगी है। सालों से यह तालाब अनदेखी का शिकार है। दो चार नालियों से आने वाला पानी तालाब में एक कोने में एकत्रित होता है तो तालाब का काफी हिस्सा धूल मिट्टी गिरने से पटता जा रहा है। कुछ हिस्से पर अतिक्रमण भी हो गया है। करीब 30 फीसद तालाब पूरी तरह से खत्म हो गया है तो शेष तालाब भी खत्म होने की कगार पर है, लेकिन जागरण की पहल के बाद में सोमवार को यहां पहुंचे पालिकाध्यक्ष ने इस तालाब की जांच पड़ताल कराई। उन्होने इस तालाब की सफाई कर फिर से पानी से इसे भरवाने की योजना बनाई है। इससे ग्रामीणों में भी खुशी की लहर है।
दैनिक जागरण की मुहिम तलाश तालाबों की.. शहर से लेकर देहात तक लोगों को जोड़ रही है। पुराने तालाबों की तरफ प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों का ध्यान जा रहा है तो कुछ (जिनका तालाबों पर कब्जा है) को छोड़ दें, तो अन्य ग्रामीण भी इस अभियान से जुड़ रहे हैं। सिरसाखास के प्राचीन तालाब को फिर से पुराने स्वरूप में लाने का जिम्मा पालिकाध्यक्ष संजीव यादव ने उठाया है। यह तालाब पहले करीब पौने तीन बीघा में था, लेकिन अब मात्र दो बीघा में रह गया है। तालाब के कुछ हिस्से में अभी भी पानी है, जो गांव से आने वाली नालियों से बहकर आता है। पालिकाध्यक्ष संजीव यादव ने सोमवार को यहां पहुंच कर नालियों की स्थिति तथा तालाब को देखा। तालाब में कुछ जगह पानी भरा हुआ था। उन्होने गांव में जाकर इन नालियों को देखा। जिन नालियों से ज्यादा गंदा पानी आता है, उन नालियों को नाले में पहुंचाने की रणनीति बनाई है। वहीं गांव से निकलने वाले साफ पानी को तालाब तक पहुंचाया जाएगा। ताकि तालाब में वर्षा के जल का संचयन हो सके। पालिकाध्यक्ष इससे पूर्व तालाब की सफाई कराएंगे। मंगलवार से उन्होने तालाब पर काम शुरू कराने के आदेश भी दिए हैं।
चार तालाब बनवाने का है लक्ष्य :
पालिकाध्यक्ष संजीव यादव ने जागरण की मुहिम के बाद चार तालाब बनवाने का लक्ष्य बनाया है। सिरसाखास के तालाब पर मंगलवार से काम शुरू होगा। इसके बाद नगला भूपाल के तालाब का निरीक्षण कर कार्य शुरू कराया जाएगा। वहीं कुछ अन्य तालाब भी उन्होने चिन्हित कराए हैं।
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'अगर इस तालाब में साफ एवं बरसात का पानी आएगा तो इससे ग्रामीणो को काफी राहत मिलेगी। गांव का जल स्तर भी ऊपर उठेगा। ग्रामीण भी इसमें सहयोग करेंगे।
-कंचन ¨सह
'तालाब के बन जाने से गांव की सुंदरता भी बढ़ेगी। गांव में एक-दो तालाब होने चाहिए। यह गांव की पुरानी परंपरा है, लेकिन अब तालाबों की तरफ कोई ध्यान नहीं देता।'-बैजनाथ ¨सह
'अगर तालाब की सफाई में धन की जरूरत पड़ेगी तो हम अपने स्तर से आर्थिक मदद भी देंगे। दैनिक जागरण एक अच्छी पहल चला रहा है। वर्षा के जल को तालाब में पहुंचाने की व्यवस्था करनी चाहिए।'
-भोले
'तालाब में अगर पानी होगा तो फिर किसानों को अपनी फसल की ¨सचाई में भी मदद मिलेगी। तालाब की सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।'
-संजय कुमार