किसानों का आंदोलन शुरू, लौटाए अफसर
फीरोजाबाद, (नारखी) : अन्नदाता के नाम पर अफसर अपनी जेबें भर रहे हैं। नहरें सूखी पड़ी हैं। कागजों में स
फीरोजाबाद, (नारखी) : अन्नदाता के नाम पर अफसर अपनी जेबें भर रहे हैं। नहरें सूखी पड़ी हैं। कागजों में सफाई हो रही है। कुछ ऐसा ही दर्द फूटा किसानों के आंदोलन में। सोमवार से नारखी के गांव इमलिया में शुरू होने वाले भारतीय किसान यूनियन (भानु) के आंदोलन में किसान नेताओं ने कहा अन्नदाता की किसी को सुध नहीं। ¨सचाई के लिए खर्च होने वाला धन कमीशन में खर्च हो रहा है। इस दौरान किसानों को समझाने पहुंचे फीरोजाबाद एवं जलेसर के प्रशासनिक अफसरों को यहां से वापस लौटना पड़ा।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शुरु हुए अनिश्चितकालीन आंदोलन में राष्ट्रीय प्रवक्ता भानु प्रताप ¨सह ने कहा किसान परेशान है। गांव का पानी खारा है। नहरों एवं मजरों में पानी नहीं है। अब किसान और इंतजार नहीं कर सकता है। नहर, सड़क एवं बिजली की समस्याओं को प्रमुखता से उठाते हुए कहा एटा, मैनपुरी एवं फीरोजाबाद जिले से तीनों विभागों के अधिकारी आएं तथा किसानों को जवाब दें। आखिर जनता के हित में पैसा आया है तो कहां पर खर्च हुआ। उन्होने कहा किसान करो या मरो की तर्ज पर इस बर आंदोलन करने आया है। उन्होने कहा गेंहू का तीन हजार, धान का तीन हजार, गन्ना का 500 रुपये समर्थन मूल्य सरकार क्यों घोषित नहीं करती हैं। राष्ट्रीय प्रवक्ता श्योराज ¨सह, राजेंद्र प्रसाद शास्त्री, अवधेश प्रताप ¨सह, रामचंद्र राजपूत, ठा.सुनील ¨सह, अनुराग गुप्ता, ¨पटू त्यागी, हरेश ठेनुआ, पवन ठाकुर एवं मनोज ¨सह ने सभा को संबोधित किया।
इस दौरान टूंडला एसडीएम पंकज वर्मा, क्षेत्राधिकारी विजय कुमार तथा थाना प्रभारी नारखी प्रदीप यादव, जलेसर एसडीएम संदीप गुप्ता, क्षेत्राधिकारी जलेसर, राजकुमार अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग तथा एसडीओ कर्मवीर ¨सह भी यहां पर पहुंचे, लेकिन किसानों ने एक स्वर से अफसरों से बात करने से इन्कार करते हुए कहा कि अफसर वापस चले जाएं। हम किसी अधिकारी को ज्ञापन नहीं देंगे। पूर्व में कई बार ज्ञापन तथा मोहलत दे चुके हैं। अब मुख्यमंत्री के आने पर ही धरना खत्म होगा। संचालन खुर्शीद आलमन ने किया। इस दौरान सतेंद्र ¨सह, जिलाध्यक्ष एटा एवं व्यवस्थापक ओमप्रताप उपस्थित थे।
जब प्रशासन के खिलाफ बोले तो अफसर पीछे जाकर बैठे
मंच पर आए किसान नेताओं ने प्रशासन एवं शासन के खिलाफ काफी तल्ख टिप्पणियां की। सैकड़ों की भीड़ इन टिप्पणियों के बाद में और ज्यादा जोश में आई। ऐसे में यहां मौजूद प्रशासनिक एवं पुलिस अफसर भीड़ के पीछे जाकर खड़े हो गए। बाद में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने माइक संभालते हुए कहा कि संयमित लहजे का प्रयोग करें।