कोचिंग सेंटर का फर्जीवाड़ा या कुछ और
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : शहर का एक को¨चग सेंटर फेल छात्र को टॉपर दर्शाने के मामले में फंसता नजर
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : शहर का एक को¨चग सेंटर फेल छात्र को टॉपर दर्शाने के मामले में फंसता नजर आ रहा है। छात्र के नाम के साथ में बड़े-बड़े विज्ञापनों के साथ प्रचार किया। बाद में जब मामला खुला तो शहर में चर्चाएं जोरों पर हैं। इस मामले की शिकायत अफसरों से भी हुई है तो उक्त मामले में शिक्षा विभाग भी जांच बैठाने की तैयारी कर रहा है।
मामला शहर में इंजीनिय¨रग एवं मेडिकल की को¨चग कराने वाली संस्था रे क्लासेज से जुड़ा हुआ है। मामला सीधे तौर पर अपने संस्थान को जिले में अव्वल दिखाने की होड़ का है। पिछले दिनों परीक्षाफल आया तो रे क्लासेज द्वारा अपने यहां के छात्रों के साथ में प्रचार की मुहिम शुरू कर दी। इधर मामला उस वक्त फंस गया, जब संस्थान के टॉपर एक परीक्षार्थी की असली अंकतालिका सामने आई। इस अंकतालिका के आधार पर छात्र पास भी नहीं था। उक्त मामला जब सहपाठियों के बीच होता हुआ शहर में फैल गया तो कई अभिभावक भी चौंक गए। इस पूरे मामले की शिकायत अधिकारियों से की गई है। शहर के प्रमुखजनों का कहना है यह कार्य अभिभावकों को धोखा देने के समान है, जो उपभोक्ता कानून का भी उल्लंघन है। शिक्षा विभाग भी अब जांच बैठाने की तैयारी कर रहा है।
एक अन्य छात्र ने भी प्रस्तुत की थी फर्जी अंकतालिका
फर्जी अंकतालिका से अभिभावकों को धोखा देने का पहला मामला नहीं है। पिछले दिनों एक अन्य छात्र की फर्जी अंकतालिका सामने आई थी। कोटा में रहकर तैयारी करने वाले इस छात्र ने अभिभावकों को भी अपने पास होने एवं ज्यादा अंक होने की जानकारी दी, लेकिन बाद में जब इंटरनेट पर छात्र की मार्कशीट तलाशी गई तो वह रोल नंबर ही नहीं था।
--संचालक की बात
'परीक्षाफल देर से आया था। छात्र को उसके दोस्तों ने परीक्षाफल की जानकारी दी तो हमने उसके आधार पर ही इसकी घोषणा की। बाद में जानकारी मिलने पर प्रचार से छात्र का नाम हटा दिया है। इसमें कोई भी गलत मंशा नहीं थी।'
-जसवीर ¨सह बग्गा
संचालक
अफसर कहिन
'अगर ऐसा मामला है तो गलत है। अभी हमने शिकायत नहीं देखी है, लेकिन शिकायत आने पर इस मामले की जांच कराई जाएगी। इस तरह का कार्य अभिभावकों को धोखा देने का कार्य है।'-रवींद्र ¨सह
जिला विद्यालय निरीक्षक।