जिला स्तरीय प्रतियोगिता में मात्र सात टीमें
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : खेल के नाम पर जनपद में मनमानी हावी है। जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं में
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : खेल के नाम पर जनपद में मनमानी हावी है। जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं में जिला सिर्फ नाम का होता है तथा चु¨नदा कॉलेजों की टीम ही नजर आती हैं। ऐसे ही जिला स्तरीय आयोजन की पोल शुक्रवार को जिला विद्यालय निरीक्षक के समक्ष खुल गई। बगैर किसी आमंत्रण के जिला विद्यालय निरीक्षक रवींद्र ¨सह एके इंटर कॉलेज के खेल के मैदान पर पहुंचे तो आयोजक भी हैरान रह गए। टीमों की कम प्रतिभागिता एवं एक ही क्षेत्र की टीम होने पर जिला विद्यालय निरीक्षक ने आयोजकों को निर्देश भी दिए।
शुक्रवार को एके इंटर कॉलेज में जिला स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। यहां पर प्रतियोगिता शुरु हो गई। इसी दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक रवींद्र ¨सह कॉलेज पहुंच गए। आयोजकों ने शिक्षाधिकारियों को बुलाया नहीं था। ऐसे में जिला विद्यालय निरीक्षक को मैदान पर देख कर आयोजक चौंक गए। जिविनि ने मैदान पर पहुंच कर खिलाड़ियों से वार्ता की। मैदान पर सिर्फ सात कॉलेजों की टीम थी। यह सभी कॉलेज भी शिकोहाबाद के थे। ऐसे में जिविनि ने इसे गंभीरता से लेते हुए आयोजकों से कहा यह कैसी जिला स्तरीय प्रतियोगिता है? क्या अन्य कॉलेजों को सूचित नहीं किया था? आयोजकों ने कहा सभी को सूचना समाचार पत्रों के माध्यम से भिजवाई थी। जिविनि ने आयोजकों से कहा किसी भी खेल प्रतियोगिता का आयोजन करते वक्त सभी कॉलेजों को सूचना दें। ज्यादा से ज्यादा कॉलेजों की टीम का प्रतिभाग होना चाहिए। सभी क्षेत्रों की सहभागिता हो।
हर कॉलेज में होने चाहिए दो-तीन खेल
'हाईस्कूल एवं इंटर कॉलेज में दो से तीन खेल का आयोजन होना चाहिए। इस बाबत सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं। दौड़ सहित कई खेल हैं, जिनके लिए धनाभाव का भी बहाना नहीं बनाया जा सकता है। हम खुद खेल प्रतियोगिताओं का आकस्मिक निरीक्षण करेंगे एवं लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी।'
-र¨वद्र ¨सह
जिला विद्यालय निरीक्षक
फीरोजाबाद ।