खुले आसमान के नीचे नौनिहालों की पाठशाला
फीरोजाबाद(संवाद सहयोगी, टूंडला:) तेज धूप हो, बरसात या फिर कड़ाके की ठंड। इनकी पाठशाला खुले आसमान के
फीरोजाबाद(संवाद सहयोगी, टूंडला:) तेज धूप हो, बरसात या फिर कड़ाके की ठंड। इनकी पाठशाला खुले आसमान के नीचे ही संचालित होती है। कुछ ऐसा ही हाल है नगर क्षेत्र के रेलवे कॉलोनी स्थित सांई मंदिर के समीप आंगनवाड़ी केंद्र का।
सरकार की मंशा है कि बच्चों को किसी न किसी माध्यम से शिक्षित कराया जा सके। ताकि अशिक्षा समाप्त किया जा सके। इसके लिए स्कूलों के अलावा आंगनबाड़ी केंद्र भी संचालित किए जा रहे हैं। नगर क्षेत्र के कच्चा टूंडला में आंगनबाड़ी केंद्र कागजों में चल रहा है। जिसके लिए अधिकारियों द्वारा कोई भवन भी मुहैया नहीं कराया गया है। केंद्र संचालिका कमलेश कल्याणी हर रोज बच्चों के बैठने के लिए चादर लेकर आती हैं और सांई मंदिर के निकट उसे बिछाकर बच्चों को पढ़ाने का क्रम शुरू हो जाता है। वह अलग बात है कि बारिश होने पर शिक्षा में खलल पैदा हो जाती है। क्षेत्र के बच्चों को घर से बुलाकर वह हर रोज अपनी पाठशाला लगाती हैं। उनके लिए अपनी जेब से चाकलेट और खाने पीने का सामान भी लेकर आती हैं। केंद्र संचालिका का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्र के लिए अधिकारियों द्वारा कहीं कोई जगह नहीं दी गई है। भवन के लिए कई बार अधिकारियों से आग्रह किया गया लेकिन आज तक नहीं मिल सका है। धूप के समय बच्चों को ज्यादा परेशानी होती है।