टीटीजेड प्राधिकरण ने प्रशासन से मांगी आख्या
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : फीरोजाबाद की दस इकाइयों के आवेदन पर टीटीजेड अथॉरिटी ने फीरोजाबाद जिल
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : फीरोजाबाद की दस इकाइयों के आवेदन पर टीटीजेड अथॉरिटी ने फीरोजाबाद जिला प्रशासन से उन इकाइयां की आख्या मांगी है जिनके द्वारा उत्पादन का सेटअप तैयार करने के साथ में गेल से गैस का अनुबंध भी कर लिया है, लेकिन जनवरी माह में टीटीजेड प्राधिकरण की बैठक में हुए फैसले के बाद में अभी तक यह उत्पादन शुरु नहीं कर सकी हैं। 625 इकाइयों में शामिल होने का हवाला देते हुए इन इकाइयों ने अब ताज ट्रिपेजियम प्राधिकरण में गुहार लगाई है।
पर्यावरण मंत्रालय के पत्र के बाद में कई साल से विस्तारीकरण एवं नवीनीकरण पर उठ रहे सवाल-जवाब के बीच में टीटीजेड प्राधिकरण ने विस्तारीकरण एवं नवीनीकरण को फ्रीज करते हुए आदेश दिए थे अब फीरोजाबाद में किसी भी इकाई में विस्तारीकरण एवं नवीनीकरण बगैर प्राधिकरण की अनुमति के नहीं होगा। किसी भी इकाई के मामले में प्राधिकरण के द्वारा ही दिशा निर्देश दिए जाएंगे। इस फैसले से फीरोजाबाद की तीन दर्जन से भी ज्यादा इकाइयों को तगड़ा झटका लगा है। यह इकाइयां वे हैं जो सालों से उत्पादन शुरु करने के लिए प्रयास कर रही थी। कई इकाइयों को जिला उद्योग केंद्र के साथ में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से भी अनुमति मिल गई। ढाई दर्जन के करीब इकाइयों ने गेल के साथ में गैस के अनुबंध भी कर लिए। इनमें से 17 इकाई प्राधिकरण के फैसले से पहले ही अस्तित्व में आने में सफल हो गई।
वहीं एक दर्जन के करीब इकाइयां इस आदेश में फंस गई। 625 की सूची में होने एवं गेल से गैस के अनुबंध के बाद भी यह उत्पादन शुरु नहीं कर सकी है। इन इकाइयों के द्वारा टीटीजेड प्राधिकरण में दिए गए आवेदन पर अब टीटी जैड प्राधिकरण ने जिला प्रशासन से इन इकाइयों के संबंध में आख्या मांगी है। बताया जाता है टीटीजेड अथॉरिटी का पत्र चार दिन पूर्व ही जनपद में आया है तथा इस पत्र के जवाब में जिला प्रशासन द्वारा आख्या तैयार कराई जा रही है।
बढ़ेगी गैस की खपत
टीटीजेड प्राधिकरण के द्वारा आख्या मांगे जाने के बाद में प्राधिकरण पर फीरोजाबाद के समूचे उद्योग जगत की भी नजर जमी हुई है। उद्यमियों को उत्सुकता है इस मामले में प्राधिकरण का फैसला क्या होगा? उद्यमियों का मानना है अगर इन इकाइयों को गैस मिलती है फीरोजाबाद में गैस की खपत में भी इजाफा होगा। नई इकाइयों में भी गैस की खपत होगी।