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देर रात तक खुले दफ्तर, ट्रेजरी से करोड़ों का भुगतान

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : मार्च क्लो¨जग का असर सोमवार को सुबह से रात तक सरकारी दफ्तरों, बैंकों

By Edited By: Published: Mon, 30 Mar 2015 09:56 PM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2015 09:56 PM (IST)

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : मार्च क्लो¨जग का असर सोमवार को सुबह से रात तक सरकारी दफ्तरों, बैंकों एवं समस्त वित्तीय संस्थानों में दिखाई दिया। महीनों से पड़ी धनराशि खर्च करने की ¨चता और शासन से बजट मिलने की उम्मीद में कई विभागों में अधिकारी, कर्मचारी देर रात तक कंप्यूटर के सामने बैठे रहे।

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वित्तीय वर्ष 2014-15 आज समाप्त हो रहा है। तीन दिनी अवकाश से पहले बैंकों में दिन भर भीड़ उमड़ती रही। हर शाखा में काम का दबाव साफ नजर आया, उधर सरकारी महकमों पर दबाव है कि वे आज अपना पूरी साल का हिसाब चुकता कर लें। सरकारी प्राप्तियों और भुगतान का मिलान तो हो रही है। उस बजट को ठिकाने लगाने की भी कोशिश हो रही है जो महीनों से विभाग के बैंक खाते में पड़ा हुआ था और जिसे विभाग खर्च नहीं कर पा रहे थे। ये धनराशि आज रात शासन को वापस जा सकती है। इस स्थिति से बचने के लिए सभी विभाग सोमवार को प्रयासरत रहे। हालांकि शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी ने सभी विभागाध्यक्षों को पहले ही निर्देश दे दिए थे कि वे अपने अपने बिल, बाउचर 25 मार्च तक जिला कोषागार को उपलब्ध करा दें। इसलिए कोषागार में ज्यादा भीड़भाड़ नहीं रही, लेकिन कोषागार के अधिकारी एवं लेखाकार रात 9 बजे के बाद भी बिलों का भुगतान करने में जुटे रहे।

सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल, कृषि विभाग, जिला कार्यक्रम अधिकारी, समाज कल्याण विभाग एवं बेसिक शिक्षा विभाग में करोड़ों रुपये का भुगतान हुआ। निर्वाचन कार्यालय एवं वेयर हाउस निर्माण के लिए शासन से आई करीब सवा करोड़ रुपये की धनराशि भी कार्यदायी संस्था को दे दी गई। सोमवार को रात नौ बजे तक विकास भवन में जिला विकलांग विभाग, जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी कार्यालय, समाज कल्याण विभाग, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, जिला पंचायत राज विभाग के साथ ही बीएसए और सीएमओ कार्यालय खुले रहे। सोमवार को अत्यधिक कार्य होने के कारण नेट कनेक्टिविटी भी कई बार फेल हो गई। स्टेट बैंक में नेट कनेक्टिविटी धीमी होने के कारण धनराशि के भुगतान में दिक्कत हुई।


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