ऑनलाइन ही फार्म की गति जान सकेंगे आवेदक
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : घर बैठे प्रमाण पत्र जारी करने की व्यवस्था में शासन ने लोगों की कुछ और स
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : घर बैठे प्रमाण पत्र जारी करने की व्यवस्था में शासन ने लोगों की कुछ और सहूलियतें बढ़ा दी हैं। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद लोग ये भी जान सकेंगे कि उनके आवेदन पर कब, कहां, क्या कार्यवाही हो रही है? फर्जीवाड़ा रोकने के लिए सत्यापन भी ऑनलाइन होगा।
प्रदेश सरकार ने आय, जाति, निवास एवं जन्म-मृत्यु जैसे प्रमाण पत्र अब घर बैठे बनवाने की सुविधा शुरू की है। यूपीऑनलाइन डॉट यूपी डॉट एनआइसी डॉट इन के जरिए अब कोई भी व्यक्ति मात्र दस रुपए का शुल्क चुका कर अपना प्रमाण पत्र बनवा सकता है। शुल्क चुकाने के लिए भी आवेदक को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। वे ऑनलाइन शुल्क जमा करा सकते हैं। आवेदन करने के 20 कार्य दिवस में प्रमाण पत्र बनने की व्यवस्था की गई है। अच्छी बात ये है आवेदक कभी भी ये जान सकते हैं कि उनका आवेदन पत्र कहां है और उस पर अब तक क्या कार्रवाई हुई है।
जाहिर है कि इस व्यवस्था के लागू होने से तहसील के लेखपाल, कानूनगो एवं अन्य विभागों के बाबू आवेदन पत्रों को जानबूझकर अपने पास नहीं रोक सकेंगे। उन्हें हर हाल में नियत समय अवधि के बाद आवेदन पत्र को आगे बढ़ाना होगा। शासन ने इस बात पर भी ध्यान दिया है कि कोई व्यक्ति एक सादा कागज पर छपने वाले इन प्रमाण पत्रों को फर्जी तरीके से तैयार करना न शुरू कर दे। इसके लिए जितनी आसान प्रक्रिया प्रमाण पत्र बनाने के लिए तैयार की गई है, उतनी ही सरलता प्रमाण पत्रों के सत्यापन में भी दी गई है।
यूपीऑनलाइन डॉट यूपी डॉट एनआइसी डॉट इन पर जाते ही एक साइड में सत्यापन का कॉलम दिखाई देने लगता है। जिस पर प्रमाण पत्र की संख्या भरते ही ये पता चल जाता है कि प्रमाण पत्र असली है या फर्जी।
आवेदन पत्र टै्रक करने की सुविधा अभी लागू नहीं हुई है। इसके लिए अभी सभी लेखपालों, कानूनगों एवं संबंधित व्यक्तियों की लॉग इन आईडी एवं डिजिटल हस्ताक्षर तैयार कराए जा रहे हैं।
अतुल कुमार
ई-डिस्ट्रिक मैनेजर।