अल्पसंख्यक अधिकार दिवस पर बयां किया दर्द
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : पाकिस्तान के पेशावर में हुई घटना की अल्प संख्यक अधिकार दिवस के मौके पर
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : पाकिस्तान के पेशावर में हुई घटना की अल्प संख्यक अधिकार दिवस के मौके पर भी निंदा हुई। बच्चों पर गोलिया बरसाने वालों को सबसे बदतर जानवर करार दिया। बाद में मुस्लिम बहुल इलाके की समस्याओं पर चर्चा हुई।
मौका तो अल्प संख्यक अधिकार दिवस का था लेकिन विकास भवन सभागार में आयोजित गोष्ठी में पेशावर का दर्द उभर कर आ गया। अल्प संख्यक समुदाय के लोगों ने कहा कि आतंकवादियों का कोई मजहब नहीं होता। पूरी दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ लड़ना होगा। घटना की कड़े शब्दों में निंदा करने के बाद अल्प संख्यकों की समस्याओं को उठाया गया। चाइल्ड लाइन निदेशक जफर आलम ने कहा कि मुस्लिम इलाकों में बिजली, पानी, सफाई के साथ शिक्षा की पर्याप्त व्यवस्था न होना भी एक समस्या है। इसे दूर किया जाना चाहिए। अन्य वक्ताओं ने सरकारी योजनाओं का लाभ न मिलने बात उठाई। अध्यक्षता कर रहे उप जिलाधिकारी कर्मेद्र सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों से संवाद बनाकर रखें। ताकि उनकी समस्याओं का निदान एवं लोगों को योजनाओं की जानकारी मिलती रहे। गोष्ठी में जिला विकास अधिकारी आरके राम, जिला अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी महेंद्र नाथ प्रताप, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी तपस्वी लाल, अर्थ एवं संख्याधिकारी अशोक कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी राधा रमण श्रीवास्तव के साथ ही मौलाना शादी, मुहम्मद उमर, मुस्ताक अहमद, आरिफ, आफिर इमरान, अबरार, हाफिज दिलशाद आदि मौजूद रहे।