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लॉटरी तोड़ेगी 1300 किसानों का ख्वाब

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : जिले में आलू बीज की जबरदस्त मांग एवं कम उपलब्धता ने मुश्किल खड़ी कर दी ह

By Edited By: Published: Sat, 25 Oct 2014 06:47 PM (IST)Updated: Sat, 25 Oct 2014 06:47 PM (IST)

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : जिले में आलू बीज की जबरदस्त मांग एवं कम उपलब्धता ने मुश्किल खड़ी कर दी है। उन्नत प्रजाति का बीज हासिल करने को लाइन में लगे 1300 किसानों को निराशा हाथ लगने वाली है। सरकारी बीज आवंटन के लिए प्रशासन ने जो मानक तय किया है, उसके अनुसार लॉटरी के जरिए मात्र 41 किसानों को ही बीज मिल सकेगा।

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आलू बुवाई का वक्त चल रहा है। किसानों ने खेत तैयार कर लिए हैं। जिले के एक हजार 348 किसान उद्यान विभाग से सरकारी आलू बीज मिलने का इंतजार कर रहे हैं। इन किसानों ने अपने आवेदन पत्र के साथ डिमांड भी कर रखी है। डिमांड पूरी करने के लिए प्रशासन को लगभग 20 हजार कुंतल बीज चाहिए, जबकि विभाग को मात्र 700 कुंतल बीज ही मिला है। फजीहत से बचने के लिए प्रशासन ने पहले ही लॉटरी पद्धति से बीज आवंटन की घोषणा कर दी थी। पेच इस बात पर फंसा हुआ था कि कितने किसानों को कितना कितना बीज आवंटित किया जाए। कोशिश थी कि अधिक से अधिक किसानों को बीज मिल सके, लेकिन 700 कुंतल बीज ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है।

काफी माथा पच्ची के बाद प्रति किसान 17 कुंतल बीज आवंटित करने की बात तय हुई है। इस आधार पर लगभग 41 किसानों को ही बीज मिल पाएगा, जबकि 1300 से अधिक किसानों के ख्वाब टूटेंगे। इन किसानों को बीज के लिए या तो बाजार का रुख करना पड़ेगा, जहां उन्हें ऊंची कीमत चुकानी होगी अथवा उन्हें इस साल भी देसी बीज ही बोना होगा।

जिला उद्यान अधिकारी बलजीत सिंह ने बताया कि आलू बीज की लॉटरी 29 अक्टूबर को विकास भवन सभागार में निकाली जाएगी।

बीच मझधार में फंसे किसान

आलू बीज की किल्लत ने किसानों को बीच मझधार में छोड़ दिया है। काफी पहले से उद्यान विभाग की ओर निगाह जमाए किसानों को अब बाजार का रुख करना होगा। समस्या ये है कि बाजार में भी अच्छी क्वालिटी का बीज उपलब्ध नहीं है। दरअसल आलू बीज की ज्यादातर बिक्री आलू रिसर्च अनुसंधान केंद्र मेरठ से होती है। ऐसे में किसानों को देसी आलू बीज से ही काम चलाना होगा। कृषि विज्ञान केंद्र हजरतपुर के प्रभारी डा. ओमकार सिंह यादव का कहना है कि मेरठ में बीज की कीमत अगस्त व सितंबर के महीने में बोली लगकर तय होती है। वहां से बीज पहले उन किसानों को मिलता है, जो सितंबर में ही संपर्क साध लेते हैं।

रेट में दोगुने का अंतर

मेरठ व आगरा के कुछ कोल्ड मालिक अच्छी प्रजाति का आलू बीज रखते हैं, लेकिन सरकारी बीज कम मिलने के कारण उन्होंने भी अपनी कीमत बढ़ा दी है। उद्यान विभाग से जो बीज 2230 रुपए प्रति कुंतल के भाव मिलेगा वही बीज बाजार में 4500 से 6000 रुपए के भाव बिक रहा है।


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