सत्य के मार्ग पर चलने से मिलती है प्रभु कृपा: आचार्य
फीरोजाबाद(, टूंडला :) श्रीमद भागवत कथा के दूसरे दिन आचार्य विपिन बिहारी महाराज ने भक्तों को संदेश देते हुए कहा सत्य व धर्म के मार्ग पर चलने वाला मनुष्य सदैव ही ईश्वर की कृपा प्राप्त करता है। ईश्वर भक्ति से ही इस भव सागर को पार किया जा सकता है। संसार में दिखने वाली हर वस्तु मिथ्या है, सत्य सिर्फ ईश्वर है। संकट से मुक्ति दिलाने का मूल मंत्र भक्ति से ही प्राप्त होता है।
स्टेशन रोड स्थित शिवमंदिर पर श्रीमद भागवत कथा में आचार्य विपिन बिहारी महाराज ने कहा कलयुग में मात्र एक बार प्रभु का स्मरण करने से मनुष्य का कल्याण हो जाता है, जबकि सतयुग व त्रेता युग में मनुष्य को हजारों वर्ष तपस्या करनी पड़ती थी। इतिहास साक्षी है कि कण-कण ईश गाथाओं से भरा हुआ है। आचार्य ने ध्रुव चरित्र की कथा सुनाते हुए कहा कि प्रहलाद को पिता उत्तानपाद की गोद से उतारे जाने केबाद दृढ़ इच्छा शक्ति व ईश्वर के प्रति आस्था ने उन्हे न केवल प्रभु की गोद दी बल्कि आज भी उनकी दृढ़ता की कहानी स्पष्ट रूप से ध्रुव तारे के रूप में देखी जा सकती है।
उन्होने कहा भक्तों को ध्यान रखना होगा, जिसका स्मरण कर रहे है। उसके प्रति मन में श्रद्धा भक्ति एवं आस्था भाव है या मात्र कंठ से ही स्मरण करने का ढोंग कर रहे है। अगर हृदय से पुकारोगे तो ईश्वर खुद तुम्हारे पास आएगा। इस दौरान विद्यानंद जी महाराज, आचार्य अनिल शर्मा, प्रीती शर्मा, रेनू शर्मा, राधा विनोद गौतम, राजकुमारी आदि मौजूद रहे।