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पैर फिसलने से बच्ची नहर में गिरी, मौत

संवाद सूत्र, हथगाम : थाना क्षेत्र के मूसापुर गांव में नहर के ऊपर बल्ली डालकर बनाए गए पुल में पांच वर

By JagranEdited By: Published: Sun, 30 Apr 2017 01:01 AM (IST)Updated: Sun, 30 Apr 2017 01:01 AM (IST)
पैर फिसलने से बच्ची नहर में गिरी, मौत
पैर फिसलने से बच्ची नहर में गिरी, मौत

संवाद सूत्र, हथगाम : थाना क्षेत्र के मूसापुर गांव में नहर के ऊपर बल्ली डालकर बनाए गए पुल में पांच वर्षीय बच्ची गिर गई। साथ जा रहे आठ वर्षीय भाई ने उसे नहर से बाहर निकालने का भरसक प्रयास किया, लेकिन बाहर नहीं निकाल सका, जिससे मासूम बच्ची की पानी में डूबने से मौत हो गई।

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मूसापुर गांव निवासी अनिल कुमार यादव अपनी पत्नी सुदेवी के साथ खेतों में गेहूं की फसल काटने निकले थे। घर में बच्चे सुभम और काजल रुक गए थे। सुबह आठ बजे करीब उक्त दोनों भाई-बहन खेतों की ओर गए थे। जहां कुछ देर रुकने के बाद भाई-बहन वापस घर लौट रहे थे। गांव के बगल से निकले घनश्यामपुर माइनर में ग्रामीणों ने बल्लियां डालकर अस्थाई पुल बनाया हुआ है। उसके ऊपर से गुजरते समय काजल (5) का अचानक पैर फिसल गया। नहर में गिरते ही उक्त बच्ची बहने लगी। बड़े भाई सुभम ने बहन को बचाने का प्रयास किया। बहाव तेज होने की वजह से वह सफल नहीं हुआ। आस-पास सन्नाटा देखकर सुभम भागकर घर पहुंचा। मोहल्ले के लोगों को हादसे की जानकारी दी। पुल से 20 मीटर आगे बच्ची को ग्रामीणों ने नहर से बाहर निकाला। बेहोशी की हालत में परिजन उसे हथगाम कस्बा स्थित एक निजी चिकित्सक के पास लेकर गए। जहां चिकित्सक ने बच्ची को देखते ही मृत घोषित कर दिया। हादसे में मासूम बच्ची की मौत से परिवार में कोहराम मच गया।

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मासूम बच्चों के लिए खतरा बना पुल

- घनश्यामपुर माइनर में मूसापुर गांव के पास बना बल्लियों का पुल बेहद खतरनाक है। ग्रामीण नहर पार करने के लिए इस जोखिम भरे रास्ते का प्रयोग करते हैं। पक्के पुल तक जाने की बजाए समय बचाने के चक्कर में इस पुल का इस्तेमाल होता है। अजमेर, संतोष कुमार, महेंद्र, राजाराम आदि ग्रामीणों का कहना था कई बार इस रास्ते से निकलने में बकरी, भेड़ व छोटे जानवर नहर में गिरकर चोटिल हो चुके हैं। सयाने लोग भी धोखा खा चुके हैं। हलांकि कोई हताहत नहीं हुआ था।

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क्या बोले जिम्मेदार

- नहर विभाग के अधिकारियों को ऐसे खतरनाक पुल, रास्तों पर रोक लगानी चाहिए। राजस्व कर्मचारी को मौके पर भेजकर घटना के बावत जानकारी हासिल कराई जाएगी। पुल की आवश्यकता देखते हुए विभागीय अधिकारियों से पैरवी की जाएगी।

- रामस्वरूप, तहसीलदार-खागा


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