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पांच डाक्टरों का वेतन काटा, प्रभारी को चेतावनी

फतेहपुर जागरण टीम: मुख्यमंत्री के ओएसडी द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं पर पेंच कसे जाने के बाद शुक्रवार को

By Edited By: Published: Fri, 12 Feb 2016 07:57 PM (IST)Updated: Fri, 12 Feb 2016 07:57 PM (IST)
पांच डाक्टरों का वेतन काटा, प्रभारी को चेतावनी

फतेहपुर जागरण टीम: मुख्यमंत्री के ओएसडी द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं पर पेंच कसे जाने के बाद शुक्रवार को सीएमओ ने अलग-अलग तीन स्वास्थ्य केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। बिना सूचना के ¨बदकी सीएचसी में गायब मिले पांच डॉक्टरों का एक दिन का वेतन काट दिया, तो खजुहा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को कमियों पर चेतावनी देकर मंगलवार तक ठीक करने के निर्देश दिए। गोपालगंज में साफ सफाई के लिए जिम्मेदारों के पेच कसे। सीएमओ की ताबड़तोड कार्यवाई से ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य केन्द्रों में हड़कम्प मच गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. विनय कुमार पांडेय शाम 5 बजे अचानक सीएचसी ¨बदकी पहुंचे। दीवारों पर प्राइवेट एम्बुलेंस के नंबर लिखे देख अधीक्षक डा. इश्तियाक अहमद से तुरंत साफ करवाने को कहा। इसके अलावा एमआर द्वारा अस्पताल में चिपकाये गये दवाओं के पोस्टर भी उखड़वा दिए। सीएमओ ने इमरजेंसी कक्ष, इंजेक्शन कक्ष, ओपीडी कक्ष व लेबर रूम का निरीक्षण किया। गंदगी मिलने पर नाराजगी जताई। इसके साथ सफाई कर्मचारियों को बुला सफाई भी करा दी। सीएमओ ने कहा रूटीन वर्क है। इस दौरान ¨बदकी सीएचसी में डा. सत्यब्रत सचान, डा. मोहित कुमार, डा. मनीष पांडेय, डा. अर¨वद कुमार व डा. कमलेश कुमार बिना पूर्व सूचना के गायब मिले। जिनका एक दिन का वेतन काट कर इन्हें चेतावनी दी गयी। सीएमओ ने खजुहा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. आरके गौतम को चेतावनी दी कि यदि मंगलवार तक साफ सफाई ओर पेयजल व्यवस्था दुरस्त नहीं करते तो उनका पूरे माह का वेतन रोक दिया जाएगा। गोपालगंज में गंदगी को लेकर कर्मचारियों को खरी खोटी सुना कर ठीक करने की बात कही।

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दो डॉक्टरों के खिलाफ शासन को रिपोर्ट

-मुख्यमंत्री के ओएसडी विकास सेठी के दौरे में अनुपस्थित मिले ललौली के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. नितिन कुमार और मदनमोहन मालवीय नेत्र चिकित्सालय के डा. दिलीप ¨सह का वेतन रोकते हुए सीएमओ विनय कुमार ने दोनों के खिलाफ आज शासन को लिखा पढ़ी कर दी। सीएमओ ने बताया कि दोनो डाक्टरों ने अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र दे रखा है परन्तु उनके द्वारा स्वीकृत नहीं है। फिर भी दोनो डाक्टर बिना सूचना के गायब है। इनके खिलाफ क्या कार्यवाही होगी इसका निर्धारण शासन से होगा।


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