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छात्रों का पंजीकरण कम हुआ तो नपेंगे शिक्षक

फतेहपुर, जागरण संवाददाता : कुर्सी संभालने के बाद बीएसए ने शैक्षिक व्यवस्था में सुधार के प्रयास तेज क

By Edited By: Published: Sat, 04 Jul 2015 01:03 AM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2015 01:03 AM (IST)

फतेहपुर, जागरण संवाददाता : कुर्सी संभालने के बाद बीएसए ने शैक्षिक व्यवस्था में सुधार के प्रयास तेज कर दिए हैं। नए बीएसए के सामने शिक्षकों द्वारा दु:खड़ा सुनाने का क्रम चलते हुए अंबार लग गया है। उधर बीएसए ने परिषदीय स्कूलों में छात्र संख्या बढ़ाने को लेकर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। सभी खंड शिक्षाधिकारियों को पत्र जारी करके यह व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं कि किसी भी दशा में बच्चों का पंजीकरण कम नहीं होना चाहिए।

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प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में हुए प्रवेश की संख्या 1,76,645 है। बीते सालों की तुलना में इजाफा जरूर है। लेकिन कई स्कूलों में पंजीकरण छात्र संख्या कम हुई है। ऐसी दशा सामने आने पर बीएसए ने मामले को संजीदगी से लिया है। उन्होंने पंजीकरण के लिए सार्थक प्रयास किए जाने पर बल देते हुए खंड शिक्षाधिकारियों को सचेत किया है। जारी आदेश में साफ कर दिया है कि किसी भी दशा में कम पंजीकरण मान्य नहीं होगा। अभी भी समय है प्रवेश के लिए प्रयास किए जाएं। जो बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हों उनके प्रवेश दिलाएं जाए। हर स्कूल की समीक्षा होगी जिस स्कूल की छात्र संख्या कम होगी उस पर कार्यवाही की जाएगी। प्रधानाध्यापक और संबंधित अध्यापक की एक वेतनवृद्धि रोक दी जाएगी।

बीएसए विनय कुमार ने कहाकि पंजीकरण कम नहीं होना चाहिए। लापरवाही से पंजीकरण कम हो रहे हैं। आदेश जारी कर दिया गया है। माह के अंत में समीक्षा की जाएगी। इसके बाद कार्यवाही से कोई लापरवाह बच नहीं पाएगा। हर खंड शिक्षाधिकारी के पास अपडेट पंजीकरण मिलना चाहिए।

इनसेट

गैर मान्यता वाले

स्कूल पर रखें नजर

अभिभावकों में पब्लिक स्कूलों का मोह दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। जिसका खामियाजा परिषदीय स्कूल भुगत रहे हैं। कम शुल्क के आगे नि:शुल्क शिक्षा औंधे मुंह गिरी पड़ी है। प्रयास के बाद आंकड़ा आसमान नहीं छू पा रहा है जबकि जनसंख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। बीते सालों की तुलना में ज्यादा पंजीकरण कराने के प्रयास सफल नहीं हो पा रहे हैं। जिम्मेदार भी फर्जी प्रवेश दिखाकर आंकड़ों की बाजीगरी का खेल कर रहे हैं।


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