किराना व्यवसायी का बांदा से हो रहा था पीछा !
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : कानपुर के कार सवार किराना व्यापारी का बेखौफ लुटेरे बांदा से पीछा कर रहे थ
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : कानपुर के कार सवार किराना व्यापारी का बेखौफ लुटेरे बांदा से पीछा कर रहे थे। ऐसी सुगबुगाहट पुलिस महकमा के बीच खूब रही। हालांकि शाह चौकी में इलाकाई पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक संदिग्ध बाइक सवारों को पकड़कर जांच पड़ताल कर रही है। खुलासे के लिए पुलिस कप्तान सालिगराम वर्मा ने सीओ जाफरगंज निवेश कटियार के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच समेत पुलिस की तीन टीमें गठित कर दी है। ललौली थाने के बंधवा तिराहे में 8 लाख 90 हजार रुपयों की सनसनीखेज लूट के मद्देनजर एसपी ने अपर पुलिस अधीक्षक आरपी ¨सह के नेतृत्व में सीओ जाफरगंज निवेश कटियार, क्राइम ब्रांच प्रभारी मनोज रघुवंशी समेत गाजीपुर एसओ शिवमंगल ¨सह, चांदपुर एसओ अंगद ¨सह व ललौली एसओ मनोज पाठक को तुरंत बुला लिया और छापेमारी कर लुटेरों को पकड़ने के लिए तीन टीमें गठित कर दी। गठित टीमों ने शाह चौकी के समीप आधा दर्जन से अधिक संदिग्ध बाइक सवारों को पकड़कर पूछताछ भी शुरू कर दी। पुलिस पूछताछ में व्यापारी रवि बेरीवाल ने बताया कि उसने बांदा के कालूगंज इलाके के तीन व्यापारियों प्रेम, राहुल व राजकुमार से 8 लाख रुपए वसूले थे और फुटकर व्यापारियों से अलग। पुलिस की गठित टीमों के बीच सुगबुगाहट रही कि लुटेरे या तो कानपुर से पीछा कर रहे थे या फिर बांदा से। पुलिस टीमें बांदा से लुटेरों के पीछा करने पर ज्यादा तवज्जो दे रहे थे क्योंकि कानपुर से व्यापारी खाली हाथ बांदा रवाना हुए थे।
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तीसरी मर्तबा चालक को रखा था
फतेहपुर : किराना व्यापारी रवि बेरीवाल ने बताया कि उनका पर्सनल कार चालक छुट्टी पर गया है इसलिए नौबस्ता से शाहरूख खान को बुला लिया था। उसे तीसरी बार शुक्रवार को फोन करके बुलाया था। व्यापारी के परिजन भी देर रात कानपुर से ललौली थाने पहुंच गए थे। हालांकि इलाकाई पुलिस ने कार चालक को संदिग्ध मानकर उसके साथ मौका मुआयना कर रही है। एसओ मनोज पाठक का कहना था कि एक-दो दिन में मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।
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तो पता था कहां रखे हैं रुपए
फतेहपुर : लुटेरों ने व्यापारी का मोबाइल छीनकर सीधे कार के पीछे गए और स्टेपनी खोलकर लाल रंग का थैला निकाल लिया, जिसमें 8 लाख 90 लाख रुपए रखे थे लेकिन समीप में ही एक बोरी भी रखी थी। जिसमें व्यापारी ने एक लाख से अधिक रुपए रखे थे, उसे नहीं जान पाए। व्यापारी के कार की सीट के नीचे भी 5 लाख रुपए रखे थे, उसे भी लुटेरे नहीं जान सके जिससे व्यापारी का छह लाख के करीब रुपया बच गया। हालांकि पहले चर्चा थी कि 11 लाख की लूट हुई है।