छापे में अधबने तमंचे व उपकरण बरामद
बिंदकी, संवाद सहयोगी : कोतवाली पुलिस ने पारादान नहर कोठी के खंडहर में काफी अर्से से चल रही तमंचा बना
बिंदकी, संवाद सहयोगी : कोतवाली पुलिस ने पारादान नहर कोठी के खंडहर में काफी अर्से से चल रही तमंचा बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। पकड़े गए युवक से खुलासा हुआ है कि तमंचों को गैर जनपद में भी भारी मात्रा में भेजा जाता रहा है। पकड़ा गया युवक पिछले 6 सालों से अलग-अलग स्थान बदल कर तमंचे बनाने की फैक्ट्री चला रहा है।
तमंचा फैक्ट्री चलाने वाले तीन चर्चित लोग पुलिस की रडार पर हैं। पुलिस काफी दिनों से तमंचा बनाने की फैक्ट्री चलाने वालों के सटीक अड्डों का पता लगा रही थी। फतेहुपर में सर्राफ हत्याकांड के बाद तमंचा बनाने वालों पर पुलिस ने दबाव बढ़ाया। शुक्रवार की देर शाम पुलिस ने खजुहा रोड स्थित पारादान गांव के पास नहर विभाग की कोठी के खंडहर में पुलिस को खबर थी कि मौके पर 4 लोग तमंचा बनाने के काम में लगे हैं। दो और बाहरी लोग तमंचों की खेप ले जाने के लिए मौजूद है। इस पर एसआई रामकिशोर यादव, एसआई राजेन्द्र यादव, एसआई शाहंशाह हुसेन, जोनिहां चौकी इंचार्ज उमेश चन्द्र के साथ कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने कोठी के खंडहर को घेरा। खंडहर में तमंचा बनाने में जुटे युवक ने भागने का प्रयास किया। इस पर पुलिस ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। पुलिस ने मौके से दो 315 बोर के आधे बने तमंचे व तमंचा बनाने के उपकरण किए। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि मौके पर पकड़े गए युवक ने पूछताछ में नाम रामऔतार पुत्र रामपाल विश्वकर्मा बताया है। यह ललौली थाने के महाखेड़ा गांव का रहने वाला है। यह दस दिन में फैक्ट्री चलाने का स्थान बदल देते रहा है। इससे पूछताछ में पता चला है कि यह तमंचा बनाने के बाद दूसरे जिलों में फैले अपने एजेंटों को भी भेजता है। कई और नामों का खुलासा हुआ है, जो इसके सम्पर्क में हैं। इसकी जांच की जा रही है।