खेत में गश खाकर गिरा किसान, मौत
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल के सदमे से किसान उभर नहीं पा रहा है। पूरे साल
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल के सदमे से किसान उभर नहीं पा रहा है। पूरे साल मेहनत करके तमाम सपने संजोए किसानों पर बेमौसम हुई बारिश कहर बनकर गिरी है। सुल्तानपुर घोष थाने के चक सरौली गांव में 55 वर्षीय एक किसान फसल देखकर वहीं पर गश खाकर गिर पड़ा और कुछ क्षणों में दम तोड़ दिया, जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। इलाकाई पुलिस ने मौत को संदिग्ध मानकर शव को पोस्टमार्टम हाउस भेजा, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण ही नहीं स्पष्ट हो सका, जिससे बिसरा सुरक्षित कर लिया गया है।
चकसरौली गांव निवासी रामरतन प्रजापति अपने ढाई बीघे खेत में चना व गेहूं की फसल बोए था। धूप निकलने पर वह अपनी फसल देखने गया तो फसल पानी में डूब जाने से काली पड़ गई थी और सड़ांध आ रही थी, जिससे वह गश खाकर वहीं पर गिर पड़ा। इसके बाद कुछ क्षणों में ही उसकी मौत हो गई। गमजदा बेटे कमलेश प्रजापति ने बताया कि वह मजदूरी करता है पिता ने किसी तरह से बीज खरीदकर फसल बोई थी और पूरी फसल बर्बाद होने से वह सदमे से मौत के आगोश में समा गए। कार्यवाहक एसओ राजेंद्र पांडेय का कहना था कि खेत में संदिग्ध हालात में मौत होने पर शव को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया है ताकि रिपोर्ट आने पर हकीकत पता चल सके लेकिन चिकित्सकीय टीम का कहना था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका, इसलिए बिसरा सुरक्षित कर लिया गया है। सुरक्षित बिसरा को लखनऊ विधि विज्ञान प्रयोगशाला परीक्षण के लिए भेजा जाएगा।