कन्या भोज तो कहीं देवीगीत
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : नवरात्र के सातवें दिन मां दुर्गे के कालरात्रि स्वरूप के दर्शन हेतु दुर्गा
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : नवरात्र के सातवें दिन मां दुर्गे के कालरात्रि स्वरूप के दर्शन हेतु दुर्गा पंडालों में श्रद्धालुओं की खासी भीड़ उमड़ी। दुर्गा पंडालों में कन्या भोज भी देर शाम तक चलता रहा। वहीं घरों में महिलाएं ढोलक की थाप पर देवीगीतों की स्वरलहरी छेड़े रहीं।
मां भगवती के सातवें स्वरूप कालरात्रि का दर्शन-पूजन किया गया। नौ दिन का व्रत रखने वाले सनातन ¨हदू परिवार के सदस्यों ने घरों में ही कलश स्थापित कर रखा है। कलश के पास ही बैठकर महिलाओं ने मां की विधिविधान से पूजा-अर्चना की। शेर पे सवार होके आ जा शेरा वाहिए.. सहित कई देवीगीतों की स्वरलहरी छेड़े रहीं। वहीं कालिकन मंदिर, सैदाबाग स्थित दुर्गा मंदिर में देवीगीतों की स्वरलहरी देर शाम तक गूंजती रही। शहर के कालिकन मंदिर में कालरात्रि का विहंगम श्रृंगार भक्तों को अपनी ओर खींचता रहा। दर्शन लाभ के लिए पहुंचे भक्तों ने कतारबद्ध होकर एक-एक करके दर्शन प्राप्त किए। इसी प्रकार सैदाबाग स्थित दुर्गा मंदिर में मां के सभी नौ रूपों की भव्य प्रतिमाओं में पहुंचकर भक्तों ने विधिविधान से पूजा-अर्चना की। ¨बदकी नगर में ज्वालादेवी मंदिर, शीतला मंदिर व काली मंदिर में भोर पहर से ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं। खागा क्षेत्र में छोटे-बड़े देवी मंदिरों में मां के दर्शन को श्रद्धालु पूरे दिन पहुंचते रहे। देवीस्वरूपा कन्याओं को भोज कराकर दक्षिणा देने का सिलसिला भी चलता रहा।