महिला के रोने से वकीलों ने एसओ को घेर किया हंगामा
फतेहपुर, जागरण संवाददाता: शुक्रवार को महिला थाने के एसओ के खिलाफ अधिवक्ताओं ने पीड़ित महिला के फूटफूट
फतेहपुर, जागरण संवाददाता: शुक्रवार को महिला थाने के एसओ के खिलाफ अधिवक्ताओं ने पीड़ित महिला के फूटफूटकर रोने पर जमकर हंगामा काटा और एसओ के खिलाफ मुकदमा उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करने की पैरवी की। अदालत के आदेश पर महिला का मेडिकल परीक्षण डाक्टरों ने टीम ने किया। जिसमें गंभीर चोटें नहीं निकली। इस पर अदालत ने मामले की पुर्न सुनवाई की और आरोपों पर महिला को जेल भेज दिया।
शहर के बिंदकी बस स्टैंड के पास एक 23 वर्षीय महिला रहती है। इसका ससुरालजनों से विवाद चल रहा है। इसने अपने ससुर समेत कई पर मारपीट एवं उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराने के लिए अदालत में 6 माह पहले जरिए अधिवक्ता वाद किया था, जो सबूत के अभाव में खारिज हो गया था। इसके बाद के सुसुर ने बहु पर गलत चाल चलन समेत कई आरोप लगाते हुए अदालत में वाद किया था और सबूतों पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश कोतवाली पुलिस को अदालत ने दिए थे। मुकदमे की विवेचना एसओ महिला अन्नपूर्णा चतुर्वेदी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक एसओ ने गुरुवार को शाम आरोपी महिला को थाने ले गई और सीजेएम कोर्ट में पेश करने के लिए अदालत लाई थी। इधर महिला अधिवक्ताओं के सामने फूटफूटकर रोई और एसओ पर कुछ लड़के बुलवाकर उत्पीड़न कराने के गंभीर आरोप लगाए। इस पर अधिवक्ताओं ने एसओ पर गुस्सा उतारते हुए हंगामा काटा। माहौल को देखते हुए अदालत ने जिला अस्पताल से डाक्टरों की टीम बुलवाई और महिला का मेडिकल परीक्षण के आदेश दिए। एसओ के मुताबिक मेडिकल रिपोर्ट में चोटें नहीं थी, इसलिए आरोपी महिला को जेल भेज दिया गया है।
3 लड़कों ने बदसलूकी की, रिपोर्ट बदलवाई गई
- पुलिस सुरक्षा में अदालत लाई गई महिला का कहना था कि एसओ ने तीन लड़के बुलवाकर उसके साथ बदसलूकी कराई है। विरोध किया तो पीटा और पिटवाया है। पूरे शरीर में गंभीर चोटें है। आरोप लगाया कि एसओ ने विरोधियों से मिलकर डाक्टरों पर दबाव बनाकर मेडिकल की रिपोर्ट बलवा दी है।