बीएसए की सख्ती से शिक्षकों में हड़कंप
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : बेसिक शिक्षा को दुरुस्त करने में लगे बेसिक शिक्षा अधिकारी की कार्रवाई से
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : बेसिक शिक्षा को दुरुस्त करने में लगे बेसिक शिक्षा अधिकारी की कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। बीएसए ने अब तक
अब तक तीन सौ शिक्षकों को कार्रवाई की जद में लिया है। बीते दिन लगभग एक माह से ठप पड़े निरीक्षण में 55 शिक्षकों को कार्रवाई की जद में लिया है। देरशाम पूर्व में हुई कार्रवाई के निरस्तीकरण को लेकर डीएम के दरबार में वार्ता होती रही। जिसका भी सार्थक परिणाम नहीं निकल पाया है। हसवा ब्लाक में निरीक्षण करके बीएसए ने अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन स्पष्टीकरण देने के रोक लगा दी है। बीएसए का खौफ शिक्षकों के चेहरे से साफ पढ़ा जा सकता है। संगठन से वास्ता रखने वाले शिक्षकों का भी मानना है अब नौकरी को बचाने के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा है। बीएसए ओपी त्रिपाठी ने साफ कर दिया है कि शिक्षकों से उनकी कोई रंजिश नहीं है। नियम के विरुद्ध काम करने वाले कार्यवाही के घेरे में आ जाते हैं। नियम के अंदर रहकर काम करने वाले पर कार्यवाही हुई तो बताएं। विधि विपरीत काम को अंजाम देने वाले शिक्षक बख्शे नहीं जाएंगे। शिक्षकों को हर हाल में अपना दायित्व निभाना ही होगा। शिक्षकों में सुबह पहर से स्कूल भागने की तत्परता देखते ही बनी।
शिक्षक संघ भी नहीं बन पा रहा कवच
प्राथमिक शिक्षक संघ भले की शिक्षकों के हितों का झंडा ऊंचा करता रहा हो। लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में बीएसए को संघ टक्कर नहीं दे पा रहा है। बीते कार्यवाहियों को संघ खत्म नहीं करा पा रहा है। नई कार्रवाई करके बीएसए विधि विपरीत काम को अंजाम देने वाले लापरवाह शिक्षकों पर धड़ाधड़ कार्रवाई करता जा रहा है।
दो फाड़ से संगठन हुआ कमजोर
प्राथमिक शिक्षक संघ के दो फाड़ हो जाने से संगठन निश्चित रूप से कमजोर हुआ है। नाम न छापने की शर्त पर शिक्षकों ने कहाकि संगठन खुद के निहित स्वार्थ में डूब गया है। जिसके चलते संगठन कमजोर हो गया है। संगठन अपना काम करा ले शिक्षकों को उन्हीं के हाल में छोड़ दे। शिक्षकों ने कहाकि अपनी जान बचाने के लिए खुद आगे आना होगा।