नहीं मिल रही पगार, हम हो रहे आर्थिक तंगी का शिकार
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बना तो दिया लेकिन पगार देने के मामले में विभ
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बना तो दिया लेकिन पगार देने के मामले में विभाग की तैयारियां सुस्त हैं। दायित्व निर्वाहन के लिए प्रति दिन सैकड़ों रुपए खर्च करने पड़ते हैं। एवज में विभाग धेला तक नहीं दे पा रहा है। नाराज शिक्षामित्रों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संगठन से पगार दिलाने की मांग रखी।
उत्तर प्रदेशीय आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक रविवार को नहर कॉलोनी में हुई। जिसमें शिक्षामित्रों, सहायक अध्यापक बने शिक्षामित्रों की समस्याओं की चर्चा की गई। शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बनने वालों ने कहाकि अब तो 3500 रुपए का मानदेय भी नहीं मिल रहा है। किस तरह से काम चलाया जाए। जिलाध्यक्ष विजय सिंह गौर ने कहाकि विभाग को सुस्ती नहीं बरतने दी जाएगी। इसके लिए संगठन लगातार संपर्क में है। शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन जल्द कराया जाएगा। सत्यापन के लिए जो शुल्क लगेगा उसकी डीडी व्यक्तिगत तौर पर बनवानी होगी। शुल्क कितना लगना है इसकी जानकारी नहीं है। आते ही संगठन ब्लाक अध्यक्षों के माध्यम से इसे सूचित करेगा। महामंत्री शिव कुमार यादव ने कहाकि दूसरे चरण के द्वितीय सेमेस्टर व तृतीय चरण चतुर्थ सेमेस्टर की लड़ाई पर परीक्षा फार्म भरवाए जाने पर जोर दिया। इस मौके पर जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष संतोष शर्मा, सुरेश सिंह, अवधेश सिंह, श्री चंद्र पाल, सुनील पाल, शिरोमणि सिंह, राम बहादुर, कुलदीप सिंह, सुरेंद्र सिंह, चंदन सिंह, अरविंद शुक्ल, मीरापाल, सुषमा देवी, विनोद कुमार, मिलन कुमार, राजेश कुमार, शिव प्रकाश, राकेश आदि मौजूद रहे।