Move to Jagran APP

शिष्यों पर बरसी गुरुओं की कृपा

By Edited By: Published: Sat, 12 Jul 2014 07:47 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jul 2014 07:47 PM (IST)

फतेहपुर, जागरण संवाददाता : सच ही कहा गया है कि गुरु बिन ज्ञान न होय, बिना गुरु के जीवन को सही राह नहीं मिल सकती है। ईश्वर तक पहुंचाने वाला गुरु ही होता है, तभी तो गुरु को ईश्वर से भी बड़ा बताया गया है। यह विश्वास आज भी अडिग है। गुरू पूर्णिमा पर आध्यात्मिक गुरूओं की पूजा-अर्चना कर भक्तों ने आशीर्वाद लिया। आस्था में डूबे भक्त दिन भर गुरू महिमा के भजन-कीर्तन व प्रवचन सुनने में लीन रहे।

loksabha election banner

शहर के राधावाटिका में ब्रह्मालीन संत स्वामी मूलानंद जी मूर्ति की पूजा-अर्चना कर संतों का विशाल भंडारा आयोजित किया गया। पूर्व मंत्री राधेश्याम गुप्त ने सभी संतों को दक्षिणा भेंट कर आशीर्वाद लिया। इस मौके पर बब्लू गुप्त, उमाशंकर बाजपेई आदि रहे। राधा वाटिका में दिन भर संतों का रेला लगा रहा। नासीरपुर स्थिति आशुतोष आश्रम में ब्रह्मालीन संत बाबा भूतनाथ के शिष्यों ने प्रतिमा पर पुष्प अर्पण कर पूजन किया। भजन-कीर्तन के साथ प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर सूर्यभान सिंह, अनिमिष सिंह, मोहनलाल गुप्त, आशुतोष सिंह, दयाशंकर गुप्त, धमेंद्र सिंह आदि रहे।

पक्का तालाब स्थिति हनुमान मंदिर में स्वामी राम नारायण जी त्यागी की शिष्यों ने मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-अर्चना की। अपने आर्शीवचन में उन्होंने कहा कि आस्था व विश्वास अडिग होने पर भक्त के हर संकट ईश्वर खुद आकर दूर करते है। गुरू सदैव अपने शिष्य को सदैव ऊंचे स्तर में देखना चाहता है। गुरु दक्षिणा, गुरु दर्शन व भंडारा के कार्यक्रम में न्यायिक अधिकारी अमित मालवीय, उमेश दत्त, श्रवण गौड़ आनंद गौड़, अमित सिंह, पंकज शर्मा, पिंटू सिंह आदि रहे। सिद्धपीठ मोटेश्वर मंदिर पीरनपुर में समिति की ओर से संतों व गृहस्थों का विशाल भंडारा कर गुरू-शिष्य की परंपरा को मजबूत किया गया। महंत ओमकार दास व लक्ष्मण दास जी ने भक्तों का आशीर्वाद दिया। इस मौके पर बालगोविंद, सुरेश चंद्र शाहू, पप्पू श्रीवास्तव, पंकज तिवारी, राहुल सिंह अरविंद आदि रहे।

रूरेश्वर आश्रम चुरियानी में संत मूलानंद जी के समाधि स्थल में हजारों भक्त पहुंच कर ब्रह्मालीन संत की पूजा-अर्चना की। विशाल भंडारे में सभी ने प्रसाद चखा। आश्रम के महंत बालानंद जी ने भक्तों को गुरू की महिमा बताई। इस मौके पर शिवप्रकाश द्विवेदी, अमरनाथ शुक्ला, बद्री प्रसाद शुक्ला, बृजगोपाल दुबे, उदय गुप्ता, मातृदत्त त्रिपाठी, करन सिंह, प्रताप अवस्थी, जमुना शुक्ला आदि रहे। नागा निर्वाण की प्रतिमा की आस्था के साथ पूजा-अर्चना की और आशीर्वाद लिया। कानपुर की आशा, श्याम सिंह, रजोला, शरदचंद्र मिश्रा, राजेंद्र, राकेश बाजपेई, जितेंद्र सिंह, बउवा अवस्थी आदि रहे। सगंत कुटी में सरजू मुनि महराज की भव्य झांकी निकाल कर गुरू के महत्व को बताया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.