फाइलों पर हैंडपंप रीबोर, जनता प्यासी
फतेहपुर, जागरण संवाददाता: जल निगम हैंडपंपों को फाइलों में रीबोर दर्शाकर शासन एवं प्रशासन में वाहवाही लूट रहा, जबकि हकीकत कुछ अलग है। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक 21 में 9 हजार हैंडपंप अभी भी रीबोर की स्थिति में है, लेकिन जल निगम ने शासन को भेजी रिपोर्ट में रीबोर हैंडपंपों की संख्या दो हजार की दर्शायी है। इसलिए शहर एवं ग्रामीण इलाके हजारों लोग प्यासे रह जा रहे है।
जिले में 21 हजार हैंडपंप लगे हैं। जिसमें 9 हजार रीबोर न होने से जलापूर्ति नहीं कर रहे हैं। हालात ये है इस प्रचंड गर्मी में लोग प्यासे रह जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक शहर क्षेत्र में 1280 हैंडपंप रीबोर की स्थिति में हैं। बाकी कस्बा एवं गांवों के है। ग्रामीण बिगड़े हैंडपंपों को चालू कराए जाने के लिए जल निगम के दफ्तर रोजाना आते हैं, लेकिन समस्या का निदान नहीं मिल पाता। एक तो जलनिगम के अधिकारी मिलते ही नहीं दूसरे यदि मिले तो बहानेबाजी करके लौटा देते हैं।
मामले पर एक्सईएन जल निगम एके श्रीवास्तव का कहना था कि दो हजार हैंडपंप रीबोर की स्थिति थे, जिसमें आधे से अधिक दुरुस्त करा दिए गए है। शासन को रिपोर्ट भेजी है जिसमें धन की मांग की है। जैसे ही धन मिलता है। शेष हैंडपंपों को भी दुरुस्त करा दिया जाएगा। कहा कि ग्राम प्रधानों को हैंडपंप दुरुस्त कराए जाने के लिए उनके खाते में धन भी अवमुक्त किया जाता है।
शिकायतें मिली हैं, जांच होगी
- मामले पर एडीएम रामचंद्र का कहना था कि ग्रामीणों ने शिकायत की है। कई स्थानों पर हैंडपंपों के बंद होने की शिकायत है। यही स्थिति शहर क्षेत्र की भी है। कहा मामले की जांच कराई जाएगी।