प्रदूषण मुक्त होगी गंगा, भिटौरा बनेगा पर्यटक स्थल
-जागरण का प्रयास सराहनीय सुझावों पर काम करेगी सरकार
-गंगा के लिए भेदभाव असंभव
-कुंभ में सफल रहे अब गंगा पर दिखाएंगे सफलता
फतेहपुर, जागरण संवाददाता:
गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने में सरकार गंभीर है। गंगा को प्रदूषण मुक्त किया जाएगा। मां गंगा किसी एक की नहीं सब मिलकर इनकी अविरलता एवं निर्मलता को सुरक्षित करेंगे। गंगा के भिटौरा तट पर निजी प्रयासों से अब तक जो विकास हुआ वह प्रशंसनीय है। ऐसे रमणीक स्थान को पर्यटक स्थल बनाने का काम सरकार करेगी। इसके साथ ही इस घाट के विकास के लिए भी वह मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे। यह बात प्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री अवधेश प्रसाद ने जागरण की गंगा यात्रा के उपरांत गंगा तट पर हुई गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कही।
जागरण अभियान की प्रशंसा में कहा कि इसका दूरगामी असर दिखना तय है। गंगा की अविरलता के लिए प्रदेश के 24 शहरों में जो संकल्प भराए गए वह कानूनी नहीं स्वेच्छा से आस्था में भरे गए। गंगा राष्ट्रीय धरोहर है इसे सुरक्षित रखना हम सबका कर्तव्य है। मां गंगा किसी एक की नहीं बल्कि सबका कल्याण करती है। उनकी प्रभुता विश्व विख्यात है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर महाकुंभ बेहतर सरकारी इंतजाम किए अब गंगा की बारी है। भिटौरा को पर्यटक स्थल बनाने का आश्वासन देते हुए कहा कि इस घाट के विकास हेतु मुख्यमंत्री से बात करेंगे। डीएम राकेश कुमार को निर्देश दिया कि इस घाट के विकास हेतु वह प्रोजेक्ट तैयार कराए और शासन को भेजे इसके विकास के लिए सरकार धन मुहैय्या कराएगी। गोष्ठी में मुख्य रुप से सपा विधायक मदन गोपाल वर्मा, भाजपा विधायक विक्रम ंिसंह, कृष्णा पासवान, डीएम राकेश कुमार, एसपी विनोद सिंह, एसडीएम विवेक श्रीवास्तव, डायट प्राचार्य राजेन्द्र प्रताप बीएसए राजेन्द्र प्रसाद, पूर्व मंत्री अचल सिंह, पूर्व विधायक केके सिंह, अध्यक्ष समाजवादी पार्टी सुरेन्द्र ंिसह, रामशरण यादव, धनंजय,विजय लक्ष्मी साहू, किशन मेहरोत्रा, राकेश वर्मा, शैलेंद्र शरण, अतुल त्रिवेदी शीनू पंडित, शोएब खान समेत हजारों गंगा भक्त मौजूद रहे। गोष्ठी का संचालन संतश्री विज्ञानानन्द ने किया।
कपड़ा धुलाई व साबुन वर्जित
- समाज कल्याण एवं जिले के प्रभारी मंत्री ने डीएम राकेश कुमार को निर्देश दिए कि वह प्रशासन की ओर से इस घाट पर बोर्ड लगवाएं जिस पर अंकित कराया जाए कि इस घाट में कपड़ा धोना और साबुन का प्रयोग करना पूर्णत: वर्जित है। इसका कड़ाई से पालन कराया जाए।
ग्रंथों ने गाई गंगा की महिमा
- गंगा की महिमा के बारे में कुछ कहना दीपक को रोशनी दिखाने के बराबर है। इनके महत्व को ग्रंथो ने गया है।
मेरे लिए ऐतिहासिक दिन
-मंत्री बोले इस पुनीत कार्यक्रम में शामिल होना मेरे जीवन का सबसे बड़ा दिन है। मैने आभारी हू जागरण परिवार का जिन्होंने मुझे इस कार्यक्रम में हिस्सेदारी दी। मैने भी संकल्प पत्र भरा है मै खुद तो पालन करूंगा ही साथ ही अपने स्तर से हर संभव प्रयास करुगा की गंगा मैली न होने पाए।