ब्रेकडाउन में बंद रहा फतेहगढ़ फीडर, तीन ट्रांसफार्मर फुंके
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : पिछले दोनों दिनों से फतेहगढ़ में बिजली व्यवस्था पटरी से उतरी हुई है
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : पिछले दोनों दिनों से फतेहगढ़ में बिजली व्यवस्था पटरी से उतरी हुई है। शनिवार रात आए फाल्ट से फीडर ब्रेकडाउन हो गया। मरम्मत के बाद कर्मचारियों ने फीडर चालू करने का प्रयास किया तो जोरदार धमाका हुआ। वीसीबी ट्रिप न होने से पूरा उपकेंद्र ही ठप हो गया। इसी फीडर पर 100 केवीए के तीन ट्रांसफार्मर फुंक गए। रविवार शाम तक ट्रांसफार्मर न बदल पाने के कारण इससे जुड़े उपभोक्ता गर्मी में बिलबिलाते रहे।
बेवर रोड भोलेपुर विद्युत उपकेंद्र के फतेहगढ़ फीडर पर कुछ दूरी की एचटी लाइन काफी जर्जर है। जिसके चलते दो दिनों फाल्ट होने से बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है। शनिवार रात करीब आठ बजे अचानक आए फाल्ट से फीडर ब्रेकडाउन हो गया। वहीं पीडब्लूडी गेस्टहाउस के पास लगा 100केवीए का ट्रांसफार्मर फुंक गया। जानकारी पर पहुंचे कर्मचारियों ने पेट्रो¨लग के बाद मरम्मत कार्य किया। करीब सवा नौ बजे उपकेंद्र से फीडर चालू करने का प्रयास किया तो फिर धमाके के साथ जबरदस्त फाल्ट हुआ। वीसीबी ट्रिप न होने के कारण 33केवी लाइन ब्रेकडाउन में आ गई। उपकेंद्र ठप होने से फतेहगढ़ के अलावा बेवर रोड, मिल्क डेयरी व डिवीजन फीडर भी बंद हो गए। वहीं मोहल्ला नगला नैन में लगा 100केवीए का ट्रांसफार्मर धड़ाम हो गया। बाद में दोनों ट्रांसफार्मरों को फीडर से अलग कर करीब 11 बजे आपूर्ति बहाल की जा सकी। रविवार सुबह 10 बजे बिजली फिर गुल हो गई। तब पता चला गमा देवी मंदिर के निकट लगा 100 केवीए का ट्रांसफार्मर फुंकने के साथ फीडर ब्रेकडाउन में हो गया। इसके बाद भी बिजली की आंखमिचौनी होती रही। रविवार शाम तक तीनों ट्रांसफार्मर न बदल पाने के कारण बिजली न मिलने से उपभोक्ता परेशान रहे। अवर अभियंता राकेश कुमार ने बताया कि ट्रांसफार्मर बदलने का प्रयास किया जा रहा है। शेष फीडर की आपूर्ति चालू कर दी गई।
छह माह से वीसीबी में चल रही गड़बड़ी
फतेहगढ़ फीडर की वीसीबी में छह माह से खराबी चल रही है। इसके चलते बड़ा फाल्ट आने पर वीसीबी ट्रिप न होने पूरा उपकेंद्र ही ठप हो जाता है। कर्मचारियों की मानें तो इसकी कई बार अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है, इसके बावजूद वीसीबी न तो ठीक की गई और न ही मरम्मत कार्य किया गया। इसके चलते एचटी लाइन का तार टूटने के बाद भी आपूर्ति चालू रहती है, या फिर पूरा उपकेंद्र ही बैठ जाता है। इससे जान को खतरा भी बना हुआ है।