..किसी के पांव का कांटा निकालकर देखो
- अग्निपीड़ित परिवार की मदद को पहुंचा फर्रुखाबाद विकास मंच जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : गमों की आं
- अग्निपीड़ित परिवार की मदद को पहुंचा फर्रुखाबाद विकास मंच
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : गमों की आंच पे आंसू उबाल कर देखो, बनेंगे रंग किसी पर भी डाल कर देखो। तुम्हारे दिल की चुभन भी जरूर कम होगी, किसी के पांव से कांटा निकालकर देखो। प्रख्यात कवि डा.कुंवर बेचैन की यह पंक्तियां सोमवार को फर्रुखाबाद विकास मंच के बैनर तले साकार होती दिखीं। शनिवार को सिलेंडर से लगी आग में सब कुछ गवां देने वाले परिवार को मंच के कार्यकर्ताओं ने इतनी मदद तो कर ही दी कि फौरी तौर पर परिवार को फांकों का सामना न करना पड़े।
शहर के मोहल्ला मनिहारी में रहने वाले वीरेंद्र कुमार त्रिवेदी के घर में सिलेंडर फटने से आग लग गई थी। इस घटना में उनके घर की दीवारें और छत तक ढह गई थी। घरेलू सामान जल जाने से अन्य परेशानियों का सामना भी परिवार को करना पड़ रहा था। सोमवार को फर्रुखाबाद विकास मंच के मोहन अग्रवाल, राहुल जैन, रोमित लांबा, विजय मिश्रा, राजकुमार वर्मा, सुरेंद्र पाल आदि वीरेंद्र के घर पहुंचे। 5100 रुपये नकद की सहायता के अलावा, खाद्य सामग्री, घरेलू उपयोग की वस्तुएं, कपड़े आदि उपलब्ध कराए। विकास मंच की टीम ने उन्हें भरोसा दिलाया कि परेशानी के इस वक्त में वह लोग सामूहिक रूप से हर संभव मदद करेंगे। टीम की मदद पाकर वीरेंद्र और उनके परिजनों की आंखों से भी अश्रुधारा बह निकली।