अली इब्नुल हुसैन की याद में मजलिस, मातम
- महिलाओं व बच्चों ने निकाला कैंडिल मार्च फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : चौथे इमाम अली इब्नुल हुसै
- महिलाओं व बच्चों ने निकाला कैंडिल मार्च
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : चौथे इमाम अली इब्नुल हुसैन की याद में मजलिस और मातम का एहतमाम किया गया। मजलिस के बाद कैंडिलमार्च निकाला गया। इसमें महिलाओं व बच्चों ने भी भाग लिया।
शहर के मोहल्ला घेरशामू खां में आयोजित मजलिस के दौरान मौलाना ईशान जैदी ने फरमाया कि इमाम जैनुल आबेदीन ने भले ही करबला में शहादत न दी हो, लेकिन उनका इम्तहान उससे भी सख्त था। बीमारी की वजह से वह जंग में हिस्सा नहीं ले सके। शहादत के वक्त इमाम हुसैन ने उन्हें इमामत बख्शी। जंग के बाद यजीद की फौज ने असीरों के काफिले के साथ उन्हें कूफे और शाम के बाजारों से गुजारा। ऊंट की नंगी पीट पर बैठकर उन्होंने 750 किलोमीटर लंबा सफर तय किया। तमाम सख्तियों के बावजूद उन्होंने मकसदे हुसैन को ¨जदा रखा और शाम के दरबार में जो खुतबा दिया उससे यजीदियत की दीवारें तक हिल गईं। मुमताज हुसैन, नावेद अल्वी, ताहिर हुसैन, सलीम हैदर, आफताब हुसैन, अल्ताफ आबिदी आदि मौजूद रहे।